योगी बोले, डब्ल्यूएचओ से प्रशंसा ने सिद्ध किया उप्र सरकार ने कोरोना पर सही रणनीति की लागू

-कोरोना से जंग में डब्ल्यूएचओ से​ मिली प्रशंसा पर जनता को दी बधाई
लखनऊ (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में यूपी मॉडल की विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा सराहना किए जाने पर उत्तर प्रदेश की जनता को बधाई दी है।
उन्होंने बुधवार को कहा कि कोविड-19 से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा की जा रही कार्रवाई की स्वास्थ्य के क्षेत्र में विश्व की सर्वोच्च संस्था डब्ल्यूएचओ द्वारा प्रशंसा किया जाना यह सिद्ध करता कि प्रदेश सरकार ने सही रणनीति लागू की। 
मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न देशों तथा भारत के कई राज्यों में कोविड-19 की दूसरी लहर देखने को मिल रही है। इसके मद्देनजर पूरी सतर्कता बनाए रखते हुए आईसीयू बेड की उपलब्धता की समीक्षा की जाए। कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग व सर्विलांस सिस्टम की व्यवस्था को पूर्व की भांति सक्रिय रखा जाए।
दरअसल डब्ल्यूएचओ ने कोविड-19 नियंत्रण की उत्तर प्रदेश सरकार की रणनीति की सराहना करते हुए कहा है कि यह देश के दूसरे राज्यों के लिए उदाहरण बन सकती है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक कोविड-19 नियंत्रण के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की जो रणनीति अपनाई है वह दूसरे प्रदेशों के लिए नजीर बन सकती है। 
प्रदेश सरकार कोविड-19 मरीजों के सम्पर्क में आए 93 प्रतिशत लोगों का पता लगाकर संक्रमण को फैलने से रोक रही है। संगठन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर स्वास्थ्य महकमे द्वारा महामारी की शुरुआत से ही संक्रमण नियंत्रण के लिए उठाए गए ठोस कदम की सराहना की है। 
प्रदेश सरकार ने डब्ल्यूएचओ के साथ मिलकर कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए अभियान स्तर पर कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग प्रक्रिया शुरू की। राज्य के 75 जिलों में 800 चिकित्सा अधिकारियों की तैनाती की, जिन्होंने 01 से 14 अगस्त के बीच 58 हजार लोगों की जांच की। 
प्रदेश सरकार के राज्य निगरानी अधिकारी डॉ. विकासेंदु अग्रवाल के मुताबिक संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए प्रदेश में 70,000 से अधिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता फ्रंट लाइन पर काम कर रहे हैं, जो कोविड-19 बीमारी से ग्रसित बेहद गंभीर मरीजों तक पहुंच रहे हैं। 

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