यूपी उप चुनाव : सभी पार्टियों ने प्रचार में झोंकी ताकत, बसपा बना रही त्रिकोणीय मुकाबला

-कांग्रेस भी जुटी है अपनी खोयी जमीन को वापस लाने के लिए, भाजपा प्रचार में सबसे आगे

लखनऊ (हि.स.)। यूपी विधानसभा के होने वाले उप चुनाव प्रचार के लिए सभी पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। इस उप चुनाव में भाजपा, बसपा व सपा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। कांग्रेस ने भी अपने उम्मीदवार मैदान में उतारकर लड़ाई में आने का प्रयास कर रही है। अब तीन नवम्बर को ही मतदाता फैसला करेंगे कि ऊंट किस करवट बैठेगा लेकिन इस बीच प्रचार में भाजपा काफी आगे है।

भाजपा संगठन ने एक-एक बूथ को लक्ष्य बनाकर काम करना पहले ही शुरू कर दिया। इसके लिए फोन करने से लेकर सोशल मीडिया का उपयोग कर भाजपा अपने कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने में कामयाब रही है। भाजपा ने एक-एक बूथ को केन्द्रीत कर योजना बनाया है। अब आगे क्या होगा, यह तो तीन नवम्बर के बाद ही पता चल पाएगा लेकिन अभी तक भाजपा में काफी उत्साह है। इसके लिए खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मोर्चा संभाल रखा है।

वहीं दूसरी तरफ विपक्ष हाथरस कांड, बलिया का गोली कांड, लखीमपुर में बहनों पर तेजाब डालने का मामला जोर-शोर से उठाकर कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहा है। यूपी की कानून व्यवस्था व विकास नदारद बताकर मैदान में दांव आजमा रहा है। विपक्ष में मुख्य रूप से सपा कार्यकर्ता ज्यादा उत्साहित हैं। इसका कारण है, इस उप चुनाव में दो सीटें सपा और छह सीटें भाजपा के पास थीं।

वहीं किसी भी उप चुनाव में दूसरी बार किस्मत आजमा रही बसपा अपने कैडर पर विश्वास कर आगे बढ़ रही है। उसके प्रचार अभियान घर-घर जाकर हो रहे हैं। हालांकि इस उप चुनाव में उसके पास खोने के लिए कुछ भी नहीं है। यदि वह इस चुनाव में एक सीट भी निकाल लेती है तो वह आने वाले चुनाव में काफी उत्साह के साथ आगे बढ़ेगी।

सपा इस चुनाव के साथ ही आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपने को भाजपा का मुख्य प्रतिद्वंदी के रूप में पेश करने के लिए प्रयासरत है। इसके लिए जरूरी है कि इस उप चुनाव में भी वह अपने को इस बात को सिद्ध कर सके। इस कारण वह भी जोर लगा रही है।

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