मथुरा : बढ़ रहा है मथुरा में यमुना का जलस्तर,सिंचाई विभाग की टीमें अलर्ट

मथुरा (हि.स.)। यमुना नदी दिल्ली में खतरे के निशान से ऊपर पहुंचने के बाद अब मथुरा में भी यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। रविवार को हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से दो लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इसका प्रभाव मथुरा में भी देखने को मिल रहा है। हालांकि अभी यमुना का जल स्तर खतरे के निशान से नीचे हैं। लेकिन यमुना में बढ़ते जल स्तर ने यमुना किनारे बसीं दर्जनों अवैध कालोनियों में खलबली मची है। लोग अपने सामान और घरों को सुरक्षित करने में जतन करने लगे हैं।

गौरतलब हो कि, ब्रज में यमुना उफान पर बह रही है। चार दिन पहले हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से 1.20 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। शनिवार को फिर हाथिनी कुंड से 31,122 क्यूसेक और ओखला बैराज से 3,780 क्यूसेक पानी यमुना में छोड़ा गया। इससे यमुना उफान पर आ गई है।

रविवार हरियाणा के हथिनी कुंड से दो लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इसका प्रभाव मथुरा में भी देखने को मिल रहा है। मथुरा जिले के तटवर्ती इलाकों में बाढ़ के हालात बन गए हैं। इसे देखते हुए सिंचाई विभाग की टीमें अलर्ट हो गई हैं। यमुना किनारे बसी कॉलौनी के लोग अब अपने सामान और घरों को सुरक्षित करने में जतन करने लगे हैं। जिला प्रशासन ने यमुना के बढते जल स्तर को लेकर तटवर्ती क्षेत्रों में निगरानी शुरु कर दी है। निचले स्तर के गांव पर राजस्व विभाग की टीम लगातार नजर बनाए हुए हैं।

सिंचाई विभाग के यूएसी राजेंद्र कौशिक ने बताया कि फिलहाल हम अप स्टीम के पानी पर नजर रखे हैं। यदि ऊपर से पानी अधिक आएगा तो हम पानी को गोकुल बैराज से अधिक मात्रा में छोड़कर मथुरा में जलस्तर को संतुलित करेंगे।

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