भादो माह की बारिश खरीफ फसल के लिए संजीवनी, एयर क्वालिटी इंडेक्स भी बेहतर

वाराणसी (हि.स.)। भादो माह में वाराणसी सहित पूर्वांचल के जिलों में बुधवार को तड़के से ही रूक-रूक कर तो कभी तेज रिमझिम बारिश हो रही है। घने बादलों के बीच हो रही बारिश से बाजारों में भी चहल-पहल कम है। हमेशा जाम रहने वाले इलाकों में भी रौनक नहीं है।

मौसम के बदले मिजाज से शहर में सड़कों और गलियों में फिसलनयुक्त कीचड़ के जमा हो जाने से लोगों को आवागमन में भी परेशानी हो रही है। खास कर उन इलाकों में जहां विकास कार्यो के लिए खुदाई हुई है। यहीं, हाल गलियों का भी है। बारिश के साथ तेज हवाओं के चलते कई इलाकों में बिजली के तार भी टूट गये है। जर्जर और पुराने मकानों के गिरने की आशंका भी गहराने लगी है।

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार ओडिशा के तटीय इलाकों में बने गहरे दबाव से बारिश हो रही है। बंगाल की खाड़ी से भी नम पुरवा हवा लगभग 40 से 45 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बह रही है। इसी से बारिश की संभावना अभी और बन रही है। मौसम के तेवर में आये बदलाव से अधिकतम पारा भी गिर गया है। अपरान्ह दो बजे तक अधिकतम पारा 28 डिग्री सेल्सियस, न्यूनतम 25 डिग्री सेल्सियस,हवा की रफ्तार 29 किमी प्रति घंटा, 87 फीसद नमी दर्ज की गई। दिनभर पुरवा हवा चल रही है। भादो माह के मध्य में हो रही बारिश से ग्रामीण अंचल में खुशी है।

चोलापुर गरथमा के राजेश पांडेय बताते है कि बारिश धान के फसल के लिए संजीवनी है। ज्यादा बारिश हुई तो सब्जियों की खेती में नुकसान हो जायेगा। खरीफ के अन्य फसलों के लिए बारिश लाभदायक है। बारिश की वजह से वाराणसी में वायु प्रदूषण में भी कमी आई है। एयर क्वालिटी इंडेक्स भी बेहतर हो गई है।

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