बैसिलस वैक्टिरिया में हानिकारक यौगिकों को निकालने की है क्षमता : डा. पंकज कुमार अरोड़ा

लखनऊ (हि.स.)। लगातार बढ़ता प्रदूषण का स्तर एक गंभीर समस्या है। हर साल, हजारों लोग इससे प्रभावित हो रहे हैं। प्रदूषण के कारण कई तरह की बीमारियां फैल रही हैं। प्रदूषण का मुख्य कारण विभिन्न उद्योगों द्वारा हमारे पर्यावरण में हानिकारक रसायनों को छोड़ना है। 

 ये हानिकारक रसायन कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का कारण बनते हैं। बैसिलस वैक्टिया में यह क्षमता है कि वह पर्यावरण से हानिकारक यौगिकों को निकालकर प्रदूषण को दूर कर दें। ये बातें बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ पंकज कुमार अरोड़ा ने रविवार को कही। डाक्टर अरोड़ा बैसिलस नाम के वैक्टिरिया पर रिसर्च कर रहे हैं।
 उन्होंने बताया कि बैसिलस बैक्टीरिया में पर्यावरण से हानिकारक यौगिकों को निकालने की क्षमता होती है। बैक्टीरिया इन यौगिकों को अपने भोजन के रूप में उपयोग करते हैं और उन्हें खाते हैं। ऐसा करने से बैक्टीरिया को ऊर्जा मिलती है। डॉ पंकज कुमार अरोड़ा बैसिलस बैक्टीरिया पर्यावरण से इन हानिकारक यौगिकों को कैसे निकाल रहे हैं, इसी पर शोध कर रहे हैं। उन्होंने इस महीने स्विट्जरलैंड के उच्च गुणवत्ता वाले अंतरराष्ट्रीय जर्नल में इस विषय पर अपना शोध पत्र भी प्रकाशित किया है। आज वातावरण में प्रदूषण की जो परिस्थियां हमारे सामने है उसके आधार पर डॉ0 अरोरा की यह रिसर्च एक बहुत बड़ी उपलब्धि साबित हो सकती है।

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