बांदा में पहली बार गुर्दे की 30 एमएम की पथरी का दूरबीन पद्धति से सफल ऑपरेशन

बांदा (हि.स.)। रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज के यूरोसर्जन डा. सोमेश त्रिपाठी ने एक युवक के गुर्दे से बगैर चीरा लगाए दूरबीन पद्धति से तीस एमएम की पथरी का सफल ऑपरेशन करके चिकित्सा के क्षेत्र में नई इबारत लिख दी है।

जानकारी के मुताबिक, बांदा के मवई निवासी एक 23 वर्ष के युवक को गुर्दे में पथरी हो गई थी। युवक पिछले दो वर्षों से पथरी की समस्या से जूझ रहा था। युवक बांदा जिला अस्पताल, जानकी कुंड और कानपुर के अलावा अहमदाबाद तक गया, लेकिन सभी लोग उसे दवा देकर टहलाते रहे। अहमदाबाद में तो एक झाड़फूंक करने वाले ने युवक के गुर्दे से बिना ऑपरेशन किये पथरी निकाल कर युवक के सामने रख दी थी लेकिन कुछ दिन बाद युवक ने जब अल्ट्रासाउंड कराया तो उसके गुर्दे में पथरी जस का तस मौजूद थी।

अंत में किसी ने युवक को रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज के यूरोसर्जन डाक्टर सोमेश त्रिपाठी के बारे में बताया। तब वह युवक डा.सोमेश से मिला। डा. सोमेश ने युवक को भर्ती करके बगैर चीरा लगाए दूरबीन पद्धति से डेढ़ घण्टे के सफल ऑपरेशन के बाद गुर्दे से तीस एमएम पथरी निकाल दी है। मरीज पूरी तरह ठीक है और डाक्टर सोमेश त्रिपाठी की मुक्तकंठ से सराहना कर रहा है। बांदा जैसे छोटे जनपद में इस तरह के पहले ऑपरेशन के लिए बांदा, कानपुर, लखनऊ और दिल्ली आदि के डॉक्टरों ने सोमेश त्रिपाठी को बधाई दी है।

अनिल

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