बलरामपुर गैंगरेप काण्ड : शाहिद ने बताया उसने क्यों पहुंचाई थी छात्रा को चोट

जानकी शरण द्विवेदी

गोण्डा। बलरामपुर जिले के गैसड़ी थाना क्षेत्र में हुए गैंगरेप मामले में छात्रा द्वारा शादी का दबाव बनाने पर अभियुक्त शाहिद ने उसे जानलेवा चोट पहुंचाई थी। बाद में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ले जाते समय उसकी मौत हो गई। छात्रा की पढ़ाई-लिखाई का खर्च मुख्य अभियुक्त शाहिद देता था। छात्रा शादीशुदा मुख्य अभियुक्त से शादी करना चाहती थी। परेशान शाहिद ने बहाने से बुलाकर छात्रा को गंभीर चोट पहुंचाई, जिससे उसकी मौत हो गई। रिमांड पर लिए गए शाहिद ने छात्रा से बातचीत करने वाले दो मोबाइल की बरामदगी भी कराई है। पुलिस ने रिमांड पूरा होने के बाद मुख्य अभियुक्त को न्यायालय के सुपुर्द कर दिया।
उल्लेखनीय है कि बीते 29 सितंबर को गैसड़ी कोतवाली क्षेत्र में 22 वर्षीय छात्रा के साथ गैंगरेप किया गया था। दुष्कर्म के दौरान छात्रा को कड़ी यातना दी गई थी। 29 सितंबर की ही रात छात्रा की मौत हो गई थी। इस मामले में चार लोगों को पुलिस अपरहण, गैंगरेप व हत्या के मामले में जेल भेज चुकी है। पुलिस ने गैंगरेप के मुख्य आरोपी चाचा-भतीजे को 30 घंटे तक थाने में बैठाए रखा था, लेकिन पूछताछ उचित प्रकार से नहीं हो सकी। आरोपियों के जेल जाने के बाद मामला हाई प्रोफाइल हो गया। बाद में सक्रिय हुए विवेचक सीओ राधारमण सिंह ने अभियुक्तों को रिमांड पर लेने के लिए न्यायालय में प्रार्थना पत्र डाला। बुधवार को एडीजे एससी एसटी एक्ट के विशेष प्रभारी न्यायाधीश जमशेद अली ने अभियुक्तों को 20 घंटे की रिमांड पर पुलिस को सौंपा था। पुलिस मुख्य अभियुक्त शाहिद को बुधवार रात नौ बजे बरूई नाला लेकर गई। वहां पर एक मोबाइल बरामद किया। रात में उसे पुलिस कहां लेकर गई किसी को पता नहीं चल सका। गुरुवार सुबह 10 बजे गैसड़ी में पुलिस ने मुख्य अभियुक्त शाहिद की दुकान खुलवाई। दुकान में एक मोबाइल व सिम कार्ड बरामद हुए। इसी मोबाइल से अभियुक्त छात्रा से बात करता था। पुलिस के मुताबिक छात्रा व अभियुक्त के बीच प्रेम प्रसंग था। करीब साल से दोनों के बीच अवैध सम्बन्ध हो गया था। शाहिद छात्रा के लिए पैसे एकत्रित करता था। उसकी पढ़ाई लिखाई व अन्य खर्च शाहिद की करता था। शाहिद ने ही बीए तृतीय वर्ष में छात्रा को प्रवेश अपने पैसे से दिलाया था। शाहिद चाहता था कि छात्रा पढ़-लिखकर सरकारी नौकरी करे। शाहिद पहले से शादीशुदा है और उसके तीन बच्चे हैं। छात्रा के साथ शादी न करना उसकी मजबूरी थी।
दूसरी तरफ छात्रा शाहिद पर लगातार शादी का दबाव बना रही थी। इस बात से शाहिद तंग आ गया था। उसने कई बार छात्रा से शादी की बात से इन्कार किया, लेकिन वह नहीं मानी। वह पहली पत्नी को तलाक दिलाकर उससे शादी करना चाहती थी। घटना वाले दिन शाहिद ने योजनाबद्ध तरीके से छात्रा को अपने घर बुलाया। शादी की बात आते ही शाहिद ने उसे लात-घूसों से पीटना शुरू किया। छात्रा की आंत फटने पर वह बेहोश होकर गिर गई, जिससे शाहिद डर गया। फिर उसने भतीजे शाहिल को भेजकर डाक्टर को बुलवाया। चिकित्सक के इलाज करने से मना करने पर शाहिद ने दूसरे कम्पाउंडर को बुलवाया। कम्पाउंडर ने चिकित्सक की अनुपस्थिति में छात्रा को वीगो लगाया और इलाज किया। शाहिद ने रिक्शा चालक की मदद से छात्रा को घर तक पहुंचाया।
पुलिस के अनुसार, रिमाण्ड पर लिए गए शाहिद के घर में रखी संदूक में 30 हजार रुपए व एक जोड़ी चप्पल बरामद हुआ है। शाहिद ने पुलिस को बताया है कि वह छात्रा की पढ़ाई के लिए 200 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से इकट्ठा करता था। वह चाहता था कि छात्रा पढ़-लिखकर अफसर बने। लेडीज चप्पल उसने छात्रा की पसंद से मंगवाई थी। उसने बताया कि शादी का दबाव बनाने पर छात्रा को मारा-पीटा था। उसे नहीं पता था कि छात्रा की मौत हो जाएगी। अनजाने में वह मर गई। गुरुवार को देवीपाटन मंडल के डीआईजी डा. राकेश सिंह, विवेचक सीओ राधारमण सिंह व इंस्पेक्टर कमलेश कुमार मौके पर गए। अभियुक्त का बयान लेने के बाद वह लौट आए। पुलिस अपने साथ अभियुक्त को ले आई थी। न्यायालय ने केवल 20 घंटे का रिमांड दिया था। अभियुक्त ने प्रथम दृष्टया दुष्कर्म की घटना में शामिल होने की बात स्वीकार की है। अभियुक्त चाहता था कि वह छात्रा से शादी न करे। शादी की बात आने पर उसने छात्रा को जानलेवा चोंटे पहुंचाई थी। पुलिस अभियुक्त शाहिद को बरूनी नाला लेकर गई थी। वहां पर मोबाइल फोन व सिम कार्ड बरामद हुआ। घर की तलाशी लेने पर दो मोबाइल फोन व दो बीएसएनएल सिम मिले। अभियुक्त इन्हीं के सहारे छात्रा से बात करता था। वह छात्रा से फोन पर अपनी पत्नी के सामने बात नहीं करता था। वह अपनी पत्नी को अवैध सम्बन्ध के बारे में बताना नहीं चाहता था।

error: Content is protected !!