पीएम नरेंद्र मोदी ‘आत्मनिर्भर भारत’ सिर्फ एक शब्द नहीं,संकल्प बन गया है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजघाट पहुंच कर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी.प्रधानमंत्री का संबोधन शुरु. प्रधानमंत्री ने कहा- मेरे प्यारे देशवासियों,इस पावन पर्व पर, आप सभी को बधाई और बहुत-बहुत शुभकामनाएंकोरोना के इस असाधारण समय में, सेवा परमो धर्म: की भावना के साथ, अपने जीवन की परवाह किए बिना हमारे डॉक्टर्स, नर्से, पैरामेडिकल स्टाफ, एंबुलेंस कर्मी, सफाई कर्मचारी, पुलिसकर्मी, सेवाकर्मी, अनेको लोग, चौबीसों घंटे लगातार काम कर रहे हैं नरेंद्र मोदी ने उन सभी भारतीयों के योगदान के लिए श्रद्धांजलि अर्पित किया  जिन्होंने हमारी स्वतंत्रता  को जीता है, जो हमारी स्वतंत्रता की रक्षा करते हैं और हमें सुरक्षित रखते हैं. नरेंद्र मोदी ने प्राकृतिक आपदाओं का सामना कर रहे देश के कुछ हिस्सों के प्रति संवेदना जाहिर की और कहा कि जरूरत के इस समय में वह नागरिकों के साथ हैंआजादी का पर्व हमारे लिए आजादी के वीरों को याद करके नए संकल्पों की ऊर्जा का एक अवसर होता है. ये हमारे लिए नई उमंग, उत्साह और प्रेरणा लेकर आता है. अगला आजादी का पर्व जब हम मनाएंगे, तो आजादी के 75 वें वर्ष में प्रवेश करेंगे. तो ये हमारे लिए बहुत बड़ा अवसर हैप्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि भारत इस सपने को साकार करेगा. मुझे अपने साथी भारतीयों की क्षमताओं, आत्मविश्वास और क्षमता पर भरोसा है. एक बार जब हम कुछ करने की ठान लेते हैं, तब तक हम आराम नहीं करते, जब तक हम उस लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर लेते

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने हमेशा माना है कि पूरी दुनिया एक परिवार है. जब हम आर्थिक विकास और विकास पर ध्यान केंद्रित करते हैं, मानवता को इस प्रक्रिया और हमारी यात्रा में एक केंद्रीय भूमिका बनाए रखना चाहिएपीएम ने कहा कि एक समय था, जब हमारी कृषि व्यवस्था बहुत पिछड़ी हुई थी. तब सबसे बड़ी चिंता थी कि देशवासियों का पेट कैसे भरे. आज जब हम सिर्फ भारत ही नहीं, दुनिया के कई देशों का पेट भर सकते हैं.

प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे विश्वास है कि SPACE सेक्टर को खोलने जैसे उपाय हमारे युवाओं के लिए रोजगार के कई नए अवसर पैदा करेंगे और उनके कौशल और क्षमता को बढ़ाने के लिए और अधिक अवसर प्रदान करेंगे.

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