पीएनबी और आईसीआईसीआई ने ब्याज दर में किया इजाफा

-पीएनबी का कर्ज पर ब्याज दर में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी

नई दिल्ली(हि.स.)। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के रेपो रेट बढ़ाने का बाजार पर असर दिखने लगा है। सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) और निजी क्षेत्र के आईसीआईसीआई ने बाहरी बेंचमार्क उधार दर (ईबीएलआर) में 0.50 फीसदी का इजाफा किया है।

पीएनबी ने शनिवार को बताया कि आरबीआई के रेपो दर में बढ़ोतरी के बाद ईबीएलआर 0.50 फीसदी का इजाफा किया गया है। इस बढ़ोतरी के बाद पीएनबी का कर्ज पर ब्याज दर 7.40 फीसदी से बढ़कर 7.90 फीसदी हो जाएगा। पीएनबी का नई ईबीएलआर दर 8 अगस्त, 2022 से लागू होगा।

इसी तरह आईसीआईसीआई बैंक ने एक बयान में कहा कि आईसीआईसीआई बैंक का ईबीएलआर मानक कर्ज दर बढ़ाकर आरबीआई की नीतिगत दर के अनुरूप कर दिया गया है। इस बढ़ोतरी के बाद आईसीआईसीआई का ईबीएलआर 9.10 फीसदी सालाना होगा, जो प्रतिमाह देय है। आईसीआईसीआई बैंक कर्ज पर ब्याज दर 5 अगस्त, 2022 से लागू हो चुका है। दरअसल बैंक का इबीएलआर रेट वह दर है, जिससे कम दर पर बैंक किसी भी तरह का कर्ज नहीं देता है।

क्या होता है बाहरी बेंचमार्क उधार दर

बैंक नियामक आरबीआई ने एक अक्टूबर, 2019 से फ्लोटिंग रेट वाले सभी नए व्यक्तिगत और खुदरा लोन को एक एक्सटर्नल बेंचमार्क (बाहरी बेंचमार्क) से जोड़ना अनिवार्य कर दिया था। बाहरी बेंचमार्क उधार दर किसी कर्ज पर ब्याज की न्यूनतम दर होती है, जिसमें रिजर्व बैंक का रेपो रेट भी शामिल होता है। बैंकों में फिलहाल तीन तरह के बाहरी बेंचमार्क रेट चल रहे हैं, जिनके हिसाब से लोन पर ब्याज दरों को तय किया जाता है।

आरबीआई ने एक दिन पहले नीतिगत दर रेपो रेट में 0.5 फीसदी का इजाफा किया है। इस बढ़ोतरी के बाद रेपो रेट 3 साल के उच्चतम स्तर 5.40 फीसदी पर पहुंच गई है। रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में विगत 93 दिनों में तीसरी बार बढ़ोतरी की है। ऐसा माना जा रहा है कि आरबीआई ने हाल के दिनों में लगातार बढ़ रही महंगाई से निपटने के लिए रेपो रेट में इजाफा किया है।

प्रजेश शंकर/दधिबल

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