पांच महीने बाद मेट्रो ने पकड़ी अपनी रफ़्तार

नोएडा। कोरोना (कोविड 19) के कारण पूरे देश में मार्च माह से पूरे देश में लॉकडाउन गया था। इस महीने सितम्बर से अनलॉक-4 की शुरुआत की गई है। इसके बाद दिल्ली नोएडा में मेट्रो संचालन शुरू हो गया है। नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने एक्वा रूट का संचालन सोमवार से शुरू हो गया है। एक्वा रूट पर 21 मेट्रो स्टेशन हैं।   कोरोना संक्रमण के चलते मेट्रो सेवाएं 170 दिन बाद शुरू कर दी गई है। एनएमआरसी की प्रबंध निदेशक रितु माहेश्वरी ने बताया कि एनएमआरसी ने सुबह 7 से 11 और शाम 5 से 9 बजे तक मेट्रो चलाने का निर्णय लिया है। यात्रियों की संख्या बढ़ने पर धीरे-धीरे मेट्रो संचालन का टाइम बढ़ाने का निर्णय लिया जाएगा। मेट्रो संचालन के दौरान बॉडी टेंपरेचर, थर्मल स्क्रीनिंग, हैंड सैनिटाइजर और सोशल डिस्टेंसिंग का खास तौर पर ख्याल रखा गया है। मेट्रो सुरक्षा एडिशनल एसपी राम मोहन सिंह ने बताया कि नोएडा मेट्रो एक्वा लाइन का संचालन केंद्र सरकार की गाइडलाइंस के मुताबिक किया जा रहा है। राज्य सरकार से भी दिशा निर्देश प्राप्त हुए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्य उद्देश्य ये है कि किसी भी दशा में कोई भी संक्रमित मेट्रो में सफर ना कर सके। इसके लिए सभी इंतजाम भी किए गए हैं। स्क्रीनिंग, मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन सख्ती से करवाया जा रहा है। कोरोना संकट के दौरान यात्रियों से कम सामान लाने की अपील की गई है।

 मेट्रो फ्रीक्वेंसी रहेगी कम, हॉटस्पॉट पर नहीं रुकेगी मेट्रोरितु माहेश्वरी ने कहा कि शुरुआत में साढ़े 7 मिनट के अंतराल के बजाय एक्वा पर 15 मिनट में मेट्रो मिलेगी। इसके साथ ही हर स्टेशन पर 10 सेकेंड मेट्रो ज्यादा रुकेगी, यानी कुल 30 सेकेंड मेट्रो स्टेशन पर रुकेगी। एक्वा रूट पर 21 मेट्रो स्टेशन हैं। मेट्रो स्टेशन का एरिया कोरोना हॉटस्पॉट होगा। वहां पर मेट्रो स्टेशन के गेट बंद रखे जाएंगे। सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर रखने के लिए ट्रेन से पहले प्लेटफार्म का पहले से ही मार्किंग की जा चुकी है। मेट्रो कंटेनमेंट जोन में नहीं रुकेगी। फिलहाल एक्वा रूट में के 21 मेट्रो स्टेशन में कोई कंटेनमेंट जोन नहीं है। फिलहाल स्मार्ट कार्ड धारक और टोकन की व्यवस्था की गई है, लेकिन एनएमआरसी की कोशिश रहेगी कि लोग ज्यादा से ज्यादा स्मार्ट कार्ड का इस्तेमाल करें। 

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