पप्पू हत्याकांड : सपा के बाद कांग्रेस ने भी पुलिस पर लगाया हत्या करने का आरोप

मौके पर मिले 38 एमएम के खोखे की जांच करने की उठायी मांग, पुलिस करती है इस कारतूस का प्रयोग

कानपुर (हि.स.)। घाटमपुर कोतवाली क्षेत्र के भदरस गांव में पप्पू बाजपेयी की हत्या पर पुलिस ने भले ही गांव के चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया हो पर खाकी पर लग रहे आरोप कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। सपा के बाद कांग्रेस ने भी पुलिस पर ही हत्या करने का आरोप लगाया है और कांग्रेसी नेताओं ने घटनास्थल से मिली पुलिस द्वारा प्रयोग की जाने वाली 38 एमएम की बैलेस्टिक की जांच की मांग उठायी। 
भदरस गांव के रहने वाले पप्पू बाजपेयी (45) का शव शनिवार को गांव के बाहर बंबा के पास मिला और उसके सीने व गर्दन में गोली मारी गयी थी। पहले यह आशंका जताई जा रही थी कि जुआड़ियों में आपस में संर्घष के दौरान गोली लगने से युवक की मौत हुई, पर कुछ ही देर में मामला बदल गया। सपा के पूर्व विधायक मुनीन्द्र शुक्ला ने आरोप लगाया कि रात में जुआ को लेकर सिविल ड्रेस में छापा मारने गयी पुलिस ने युवक की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस पर लग रहे आरोप के बीच पप्पू के पिता पूरन बाजपेयी ने गांव के ही दुर्गा सिंह, सोनू सिंह, वीरेन्द्र और बड़का के खिलाफ नामजद एफआईआर कर दी। पुलिस को इससे काफी सहूलियतें मिलने लगी और जांच में जुट गयी। वहीं सूत्र बताते हैं कि पीड़ित पिता ने पुलिस के दबाव में आकर एफआईआर दर्ज करायी है। मामला उस समय और मोड़ ले लिया जब कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव विकास अवस्थी, यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कनिष्क पाण्डेय, जिलाध्यक्ष ऊषा रानी कोरी, पार्षद जेपी पाल सहित दर्जनों कांग्रेसियों ने थाने का घेराव कर दिया। कांग्रेसियों का भी वही आरोप है जो सपा के पूर्व विधायक मुनीन्द्र शुक्ला ने लगाया है। कांग्रेसियों ने कहा घटनास्थल से 38 एमएम का खोखा मिला है। इससे साफ है पुलिस की गोली से ही पप्पू की हत्या हुई है। नेताओं ने एक दारोगा का नाम लेकर भी आरोप लगाया कि उसके रिवाल्वर से निकली गोली है। कांग्रेसियों ने उच्च स्तरीय जांच के साथ दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

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