दुबई एयरशो में सूर्यकिरण, सारंग के साथ तेजस ने दिखाए आसमानी जलवे

– दुबई ने पांच दिनों में 38 हजार करोड़ रुपये के रक्षा सौदे किए

– एक दर्जन कंपनियों ने सजाया भारतीय रक्षा उद्योग का मंडप

नई दिल्ली(हि.स.)। दुनिया का सबसे रोमांचक दुबई एयरशो अल मकतूम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अपने कई रंग बिखेरकर खत्म हो गया। इस द्विवार्षिक शो में भारतीय वायु सेना ने भी आसमान में हैरतंगेज कारनामे दिखाए। भारत के एलसीए तेजस ने अपने आसमानी करतब से सबको हैरान कर दिया। भारतीय वायु सेना की सारंग और सूर्यकिरण एयरोबेटिक टीम ने कई कलाबाजियों का शानदार प्रदर्शन किया। लड़ाकू विमान तेजस की लगातार बढ़ती लोकप्रियता में उसके शानदार प्रदर्शन से और इजाफा हुआ। विमान ने अपनी चपलता और बहुमुखी प्रतिभा का परिचय देते हुए सहजता से युद्धाभ्यास किया।

दुबई एयरशो का आखिरी दिन भारतीय वायुसेना की सूर्यकिरण एरोबेटिक्स टीम और यूएई की अल फुर्सन डिस्प्ले टीम के आकर्षक संयुक्त फ्लाईपास्ट के साथ शुरू हुआ। सूर्यकिरण टीम के नौ हॉक-132 ने दुबई के महत्वपूर्ण स्थलों जैसे बुर्ज खलीफा, पाम जुमेराह और बुर्ज अल अरब पर अल फुरसान के सात एर्मैची एमबी-339 के साथ उड़ान भरी, जो दोनों देशों की वायु सेनाओं के बीच गहरे सौहार्द और सौहार्द का प्रतीक है। सूर्यकिरण टीम ने अलग से एरोबेटिक्स प्रदर्शन किया जिसे दर्शकों की भीड़ ने बहुत सराहा। लड़ाकू विमान तेजस की लगातार बढ़ती लोकप्रियता में उसके शानदार प्रदर्शन से और इजाफा हुआ। विमान ने अपनी चपलता और बहुमुखी प्रतिभा का परिचय देते हुए सहजता से युद्धाभ्यास किया।

यूएई में तेजस विमान की भारत के बाहर चौथी उड़ान थी। इससे पहले 2019 में मलेशिया में लैंगकॉवी इंटरनेशनल मैरीटाइम एयरो एक्सपो, 2016 में बहरीन इंटरनेशनल एयर शो और 2021 में श्रीलंका के एयर शो में तेजस विमान हिस्सा ले चुका है। सारंग टीम के पांच उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर (एएलएच) ध्रुव और सूर्यकिरण टीम के 10 बीएई हॉक 132 ने एरोबेटिक्स और स्टैटिक डिस्प्ले किया। दुबई एयर शो में सूर्यकिरण और तेजस को अपने तेजतर्रार हवाई युद्धाभ्यास दिखाने का पहला अवसर मिला। इससे पहले सारंग टीम ने 2005 में यूएई में अल ऐन ग्रांड प्रिक्स में हिस्सा लिया था। हालांकि दुबई में एयरशो की शुरुआत 1989 में हुई थी लेकिन इसके बाद से यह अब तक सबसे बड़ा शो है। इस बार 370 से अधिक नए प्रदर्शकों और 150 देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया है। यह पहला मौका है जब इजराइल ने दुबई एयर शो में शिरकत की है।

दुबई एयर शो में भारतीय कैंप को सजाने के लिए हिंदुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड, डीआरडीओ, भारत डायनेमिक्स लिमिटेड, ब्रह्मोस एयरोस्पेस, बेवल गियर्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड, बिट्ज़सॉफ्ट टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड, दिगंतरा, कावासाकी हेवी इंडस्ट्रीज (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड, स्वस्ट एविएशन और बॉयसेन जैसी कंपनियां भारतीय रक्षा उद्योग की ताकत दिखाने पहुंची। भारतीय डिफेंस इंडस्ट्री की तरफ से एचएएल के विपिन मेनन बताते हैं कि भारत सरकार ने भारतीय हथियारों को वैश्विक बाजार में उतारने का फैसला किया है, इसलिए भारतीय मंडप में इकोनॉमी और टेक्नोलॉजी के लिहाज से काफी बेहतर हथियार और उपकरण प्रदर्शित किये गए।

पांच दिवसीय एयरशो के दौरान यूएई के रक्षा मंत्रालय ने वैश्विक रक्षा आपूर्तिकर्ताओं के साथ कुल 5.23 बिलियन डॉलर (38 हजार करोड़ रुपये) के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं। दुबई एयरशो 2021 के चौथे दिन यूएई रक्षा मंत्रालय ने स्थानीय एवं अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के साथ सात सौदे किये। सबसे बड़ा सौदा यूएई वायु सेना और वायु रक्षा विमानों को सिस्टम और उपकरणों की आपूर्ति करने के लिए अंतरराष्ट्रीय तकनीकी सिस्टम ट्रेडिंग के साथ किया गया। इसकी घोषणा दुबई एयरशो 2021 की सैन्य आयोजन समिति के कार्यकारी निदेशक मेजर जनरल स्टाफ पायलट इशाक सलेम अल बलुशी और दुबई इंटरनेशनल एयरशो 2021 के आधिकारिक प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल पायलट सारा हमद अल-हजारी की उपस्थिति में की गई।

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