दिल्ली-कुशीनगर के बीच 26 नवंबर से सीधी उड़ान सेवा : ज्योतिरादित्य सिंधिया

– उत्तर प्रदेश में 17 नये हवाई अड्डे स्थापित किये जाएंगे

– प्रधानमंत्री मोदी ने सात साल में 54 हवाई अड्डे तैयार कर कीर्तिमान स्थापित किया

कुशीनगर/नई दिल्ली (हि.स.)। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को कहा कि 26 नवंबर से दिल्ली और कुशीनगर के बीच सीधी उड़ान सेवा शुरु होगी। इसके बाद कुशीनगर को मुंबई और कोलकाता से भी जोड़ा जाएगा। इससे स्थानीय यात्रियों और भक्तों को मदद मिलेगी।

केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कुशीनगर में देश के 29वें अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अब तक लोगों को कुशीनगर के लिए लखनऊ और वाराणसी के रास्ते आना पड़ता था। इस विमान सेवा के शुरु होने से लोगों का समय और धन की भी बचत होगी।

कुशीनगर हवाई अड्डे को 54 करोड़ बौद्ध भक्तों को सौगात बताते हुए सिंधिया ने कहा कि यह लुम्बिनी, बौद्ध गया और सारनाथ सहित भारत के आठ मुख्य बौद्ध स्थलों को जोड़ेगा। उन्होंने कहा कि 18 दिसंबर को कुशीनगर को मुंबई से भी जोड़ा जाएगा। इसके बाद कुशीनगर को कोलकाता से भी जोड़ने वाली विमान सेवा शुरु की जाएगी।

कहा कि भारत ने सत्य, अहिंसा, शांति के मूल्यों को दुनिया भर में फैलाया है। हमारी संस्कृति और मूल्य इस बात के प्रमाण हैं कि भारत कभी भी आक्रांता नहीं रहा है, इसने कभी किसी राष्ट्र के लिए हिंसा का रास्ता नहीं अपनाया। प्रधानमंत्री ने एक बार संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में कहा था कि जहां दूसरे देश युद्ध के लिए तैयार रहते हैं, वहीं भारत हमेशा गौतम बुद्ध के रास्ते पर चलता है।

हवाई अड़्डे के 79 वर्षों से लटके रहने का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इसका इतिहास भी काफी पुराना और कई मोड़ से निकला है। उन्होंने कहा कि यह 1947 में स्थापित हुआ था लेकिन उसके बाद उपेक्षित रह गया था। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पिछले साल 24 जून को इसे कैबिनेट की मंजूरी दी गई और आज इसने मूर्त रुप ले लिया है।

जल्द ही प्रदेश में नए टर्मिनल भवन बनाने की घोषणा करने के साथ ही कहा कि उत्तर प्रदेश में यह नौवां हवाई अड्डा है और आने वाले समय में 17 हवाई अड्डे प्रदेश में बनाए जाएंगे। उन्होंने पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि 70 साल में केवल 74 हवाई अड्डे थे लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने सात साल में 54 हवाई अड्डे भारत में तैयार करके एक कीर्तिमान स्थापित किया है।

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