‘तौकते’ से मुकाबला करने को वायुसेना, नौसेना और तटरक्षक बल तैयार

वायुसेना ने 16 परिवहन विमानों और 18 हेलीकॉप्टरों को तैयार रखा
– नौसेना की दक्षिणी कमान ने प्रभावित क्षेत्र में बचाव अभियान चलाया

– भारतीय तटरक्षक बल ​गुजरात से लेकर केरल के तट तक सतर्क

सुनीत निगम
नई दिल्ली (हि.स.)। चक्रवाती तूफान ‘तौकते’ से मुकाबला करने के लिए वायुसेना, नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल ने भी अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। वायुसेना ने प्रायद्वीपीय भारत में 16 परिवहन विमानों और 18 हेलीकॉप्टरों को तैयार रखा है। नौसेना की दक्षिणी कमान ने केरल के चेल्लानम तट के प्रभावित क्षेत्र में बचाव अभियान चलाया है। भारतीय तटरक्षक बल ​गुजरात से लेकर केरल के तट तक सतर्क है और ​1167 नावों को बंदरगाह पर वापस बुला लिया गया है। इसके अलावा राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने अपनी टीमों की संख्या 53 से बढ़ाकर 100 कर दी है।

गुजरात के तट से टकराने की आशंका वाले तूफान को ‘तौकते’ नाम म्यांमा ने दिया है जिसका मतलब ‘छिपकली’ होता है। इस साल भारतीय तट पर यह पहला चक्रवाती तूफान होगा जिसके अगले कुछ दिनों में भारत के पश्चिमी तट पर टकराने से अत्यधिक वर्षा होने की आशंका जताई गई है। भारतीय वायुसेना ने चक्रवात का मुकाबला करने के लिए प्रायद्वीपीय भारत में 16 परिवहन विमानों और 18 हेलीकॉप्टरों को तैयार रखा है। एक आईएल-76 विमान ने भटिंडा से जामनगर तक 127 कर्मियों और 11 टन कार्गो को एयरलिफ्ट किया है। एक सी-130 विमान ने भटिंडा से राजकोट तक 25 कर्मियों और 12.3 टन कार्गो को एयरलिफ्ट किया है। दो सी-130 विमानों ने भुवनेश्वर से जामनगर के लिए 126 कर्मियों और 14 टन कार्गो को एयरलिफ्ट किया है। 
भारतीय तटरक्षक बल, बंदरगाह प्राधिकरण, तेल रिग संचालक और स्थानीय प्रशासन ​​गुजरात से लेकर केरल तक के तट पर सतर्क हैं।सभी मिलकर चक्रवात से निपटने के लिए आकस्मिक उपायों का समन्वय कर रहे हैं। 40 आईसीजी डिजास्टर रिस्पांस टीम (डीआरटी) इन्फ्लेटेबल रबर बोट और लाइफ सेविंग गियर स्टैंडबाय के साथ तैनात है।​ क्षेत्र में मछुआरों और व्यापारी जहाजों को सतर्क करने के लिए अब तक 33 शिपडे और 46 एयरक्राफ्ट घंटे का उपयोग किया गया है। आईसीजी आरओएस वीएचएफ पर नियमित रूप से मौसम की चेतावनी दे रहा है​​। ​​समुद्र से 1167 नावों को बंदरगाह पर वापस बुला लिया गया है। 212 मर्चेंट वेसल अलर्ट पर रखे गए हैं।
​नौसेना की टीमें कोच्चि के सेंट मैरी हाई स्कूल चेल्लानम के राहत शिविर में बचाव, भोजन, पानी और घरों में फंसे लोगों को राहत शिविर में स्थानांतरित करने की दिशा में कठोर मौसम की स्थिति का सामना कर रही हैं। सीसीडीटी (कोक) और क्यूआरटी से आईएनएस द्रोणाचार्य की गोताखोरी टीमों ने सभी प्रभावितों को सहायता प्रदान की​ है। भारतीय नौसेना दक्षिणी कमान की गोताखोर टीम ने केरल के चेल्लानम तट पर प्रभावित क्षेत्र में बचाव अभियान चलाकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। 
चक्रवात ‘तौकते’ के मद्देनजर राहत एवं बचाव कार्य के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने अपनी टीमों की संख्या 53 से बढ़ाकर 100 कर दी है। ये टीम केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, गोवा, गुजरात और महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों में कूच के लिए तैयार हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग से चक्रवात के बारे में मिली नई जानकारी के बाद एनडीआरएफ की टीमों की संख्या बढ़ाई गई है। 100 टीमों में से 42 पहले से ही छह राज्यों में जमीन पर तैनात हैं, जबकि 26 टीम प्रतीक्षा में तैयार रखी गई हैं। 32 टीम मदद के लिए तैयार रखी गई हैं, जिन्हें जरूरत पड़ने पर हवाई मार्ग से संबंधित क्षेत्रों में पहुंचाया जा सकता है। 

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