टाटा की टिआगो, टैगोर और आलट्रोज़ कारें देंगी मारुती-हुंडई को टक्कर


नई दिल्ली । देश की तीसरी बड़ी कार निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स भी सीएनजी कारों पर दांव खेलने जा रही है। फिलहाल मारुति और ह्यूंदै ही कारों में फैक्टरी फिटेड सीएनजी का विकल्प दे रही हैं। जहां मारुति अपनी एंट्री लेवल हैचबैक कार ऑल्टो, एस-प्रेसो, सिलेरियो, वैगन आर, मारुति अर्टिगा में और ह्यूंदै अपनी सैंट्रो, ऑरा और ग्रैंड आई10 Nios में फैक्टरी फिटेड सीएनजी किट देती है। वहीं अब टाटा भी इस कतार में शामिल होने की तैयारी कर रही है।

  • बढ़ी जबरदस्त बिक्री
    मार्च 2021 के आंकड़ों की बात करें तो टाटा मोटर्स की बिक्री में 505 फीसदी का जबरदस्त इजाफा हुआ है। टाटा मोटर्स ने मार्च 2021 में 66,609 यूनिट्स की कुल घरेलू बिक्री है, वहीं 2020 में मार्च के महीने में 11,012 यूनिट्स की बिक्री की थी। वहीं टाटा को उम्मीद है फैक्टरी फिटेड  सीएनजी कारों के आने से उसकी बिक्री में जबरदस्त बढ़ोतरी होगी। वहीं फैक्टरी सीएनजी किट के आने से ग्राहकों को भी फायदा होगा। पेट्रोल-डीजल के मुकाबले सीएनजी की कीमतें फिलहाल आधी के लगभग हैं। साथ ही ग्राहकों को ज्यादा माइलेज भी मिलेगा। हाालंकि सीएनजी फिटेड कारें आम पेट्रोल कारों के मुकाबले महंगी होंगी। सीएनजी किट से इंजन के आउटपुट पर असर पड़ता है, इसलिए माना जा रहा है कि टाटा मोटर्स अपनी एंट्री केवल कार टाटा टियागो, अल्ट्रोज और टिगोर में सीएनजी का विकल्प देंगी। मारुति सुजुकी की कारों की तरह सीएनजी किट भी फैक्टरी फिटेड होंगी। इन तीनों कारों में 1.2 लीटर का रेवोट्रॉन, 3-सिलेंडर, पेट्रोल मोटर मिलती है, जो 6000 आरपीएम पर 86 पीएस की पावर और 3300 आरपीएम पर 113 एनएम का पीक टॉर्क देती है। वहीं सीएनजी वैरिएंट में केवल 5-स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन ही मिलेगा। उम्मीद है सीएनजी किट के साथ ये कारें 30 किमी प्रति किग्रा तक का माइलेज देंगी।
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