जमीन अधिग्रहण के खिलाफ किसानों ने खोला मोर्चा, बैठक कर जताया विरोध

वाराणसी (हि.स.)। औद्योगिक क्षेत्र फेज टू के विस्तारीकरण के लिए किसानों की जमीन अधिग्रहण का मामला अब गरमाने लगा है। जमीन अधिग्रहण के विरोध में किसान खुलकर आगे आ रहे हैं। रविवार को चंद्रखा गांव के डीह बाबा मंदिर परिसर में जुटे किसानों ने दो टूक कहा कि हम किसी भी हाल में अपनी जमीन नहीं देंगे। किसानों ने कहा कि उनके गांव की उपजाऊ व कीमती जमीन पहले ही औने पौने दाम में उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास निगम (यूपीएसआईडीसी) को आवंटित कर दी गई है।
 किसानों ने आरोप लगाया कि बिना उनकी सहमति के ही जमीनों को अधिग्रहित किया जा रहा है। विरोध प्रदर्शन में शामिल हीरू राम यादव, हजारी, मुरलीधर यादव ने बताया कि यूपीएसआईडीसी के कर्मचारी औद्योगिक क्षेत्र फेज टू के विस्तार के लिए लंका रोड व नेशनल हाईवे के बीच जफरपुर, हिसामपुर व चंदरखा गांव की करीब 70 एकड़ जमीन पर जबरन कब्जा के लिए नोटिस देने का प्रयास किया गया।
 पीड़ित 250 किसानों ने इसका विरोध किया। किसानों ने आरोप लगाया कि भूमि अधिग्रहण के नाम पर घोर अनियमितता बरती जा रही है। अधिकारी 25 लाख बिस्वा की जमीन मात्र 13 हजार में अवैध कब्जा कर लेने की कोशिश कर रहे है। महंगी जमीनों को कतिपय उदयोगपतियों को एलाट कर काली कमाई का मंसुबा पाले हुए है। 
 प्रदर्शन में  दशरथ, शिवकुमार, इंद्रदेव, उदयनारायण, कुलबुल, चिंता, बच्चन, मुराहू, अरविंद, रामप्रसाद, रामेश्वर सिंह आदि भी शामिल रहे।

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