जब यूपी पुलिस के ‘शहंशाह’ से नहीं चला पाए पिस्टल, हाथ ऊपर कर लगानी पड़ी दौड़

प्रादेशिक डेस्क

इलाहाबाद़. वैसे तो प्रतापगढ़ पुलिस असलहा न चला पाने को लेकर मशहूर है, लेकिन इस बार जो वीडियो वायरल है, वह थोड़ा सा अलग है. मानधाता थाना में असलहा ट्रेनिंग के दौरान दरोगा पिस्टल नहीं चला पाए. यह सब कुछ एडीजी और पुलिस कप्तान की मौजूदगी में हुआ. दरोगा साहब की ऐसी हालत देखकर सभी सकते में थे. फिर क्या था, एडीजी साहब ने आर्मी की तरह सजा भी सुना दी. इसके बाद दरोगा हाथ ऊपर कर दौड़ते नजर आए. अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. दरअसल, इस समय विकास दुबे प्रकरण के बाद यूपी पुलिस एक्शन में है. हर जिले में ताबड़तोड़ एनकाउंटर और बदमाशों की धर-पकड़ जारी है. ऐसे में पुलिस कर्मी को अपने आत्मरक्षा हेतु कभी भी फायरिंग करनी पड़ सकती है. लेकिन अगर पुलिस के सब इंस्पेक्टर अपने पिस्टल से गोली लोड और उसे चला भी नहीं पाएंगे, तो कैसे कुख्यात बदमाशों से लोहा लेंगे. ऐसा ही कुछ मामला प्रतापगढ़ पुलिस के असलहा परीक्षण की ट्रेनिंग के दौरान देखने को मिला. वो भी तब जब एडीजी साहब खुद मौजूद थे. फिर क्या था सभी पुलिसकर्मियों के सामने सज़ा सुनाते हुए दरोगा से दौड़ लगवाई.
मामला मानधाता थाने का है. एडीजी साहब औचक निरीक्षण के लिए पहुंचे थे. इसी दौरान उन्होंने पुलिस कर्मियों से उनकी तयारी के लिए असलहा चलाने को कहा. दरोगा शहंशाह खान ने पिस्टल निकाली और फायर किया लेकिन गोली नहीं चली. इसके बाद एडीजी जोन प्रयाजराज प्रेम प्रकाश का पारा चढ़ गया. वे दारोगा शहंशाह पर भड़क उठे. एडीजी जोन ने दरोगा को थाने में दौड़ लगाने की सज़ा सुना दी. जिसके बाद मान्धाता थाना में तैनात दरोगा शहंशाह खान को थाने की गेट तक दौड़ लगानी पड़ी. हालांकि बाद में एडीजी ने कड़ी चेतावनी देते हुए दरोगा को छोड़ दिया. एडीजी की सज़ा का फरमान इलाके में चर्चा का विषय बन गया. इस वीडियो को लोगों ने तेज़ी से सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.

error: Content is protected !!