गाजियाबाद: भूमाफिया पर जिला प्रशासन कसेगा शिकंजा

गाजियाबाद (हि.स.)। गाजियाबाद में सक्रिय भूमाफियाओं पर नकेल कसने के लिए जिला प्रशासन ने एक ठोस कार्ययोजना तैयार की है। जिसमें अब जिलों की तीनों तहसीलों में सक्रिय भूमाफियाओं का न केवल चिन्हीकरण होगा। बल्कि सभी एसडीएम को 15 दिन बाद यह भी जिलाधिकारी को लिखकर देना होगा कि उनके क्षेत्र में कोई भूमाफिया अब सक्रिय नहीं है। साथ ही जमीन की खरीददारी करने वाले लोगों को संबंधित संपत्ति की जानकारी हासिल करने के लिए स्टांप व रजिस्ट्रेशन कार्यालय में हेल्प डेस्क स्थापित की जाएगी। 
जिलाधिकारी डाॅ. अजय शंकर पांडेय ने बुधवार को बताया कि गाजियाबाद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटा हुआ है। जिस कारण यहां पर जमीनों की कीमतें काफी ज्यादा होने से माफिया काफी सक्रिय है। इन भूमाफियाओं पर नकेल कसने के लिए एक ठोस कार्ययोजना तैयार की गई है जिसमें उन्होंने गाजियाबाद सदर, लोनी व मोदीनगर के उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने क्षेत्र में हर भूमाफिया का चिन्हीकरण कर उनके खिलाफ कार्रवाई करे। साथ ही उन्होंने स्टांप एवं रजिस्टेशन विभाग का उत्तरादायित्व इसको लेकर निर्धारित किया है। उप जिलाधिकारी 15 दिन बाद कार्रवाई कर जिलाधिकारी को यह लिखकर देंगे कि उनके क्षेत्र में कोई भूमाफिया सक्रिय नहीं है। साथ ही स्टांप एवं रजिस्ट्रेशन विभाग के कार्यालय में हेल्प डेस्क स्थापित की जाएगी, ताकि संपत्ति खरीदने वाला व्यक्ति वहां पर संबंधित संपत्ति के बारे में संपूर्ण जानकारी हासिल कर सके। इससे लोग भूमाफिया की ठगी से बच सकेंगे। मुख्तारनामा के नाम पर होने वाली ठगी पर भी जिलाधिकारी ने सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

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