कोरोना संकट में जीवनदायिनी साबित हो रही PM किसान सम्मान निधि योजना

गोण्डा में 04 लाख 48 हजार 884 किसानों को मिल रही निधि : डॉ. मुकुल तिवारी

अब तक 41339 लाख करोड़ की धनराशि भेजी जा चुकी है किसानों के खाते में

जानकी शरण द्विवेदी

गोण्डा। वैश्विक महामारी के दौर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशभर के करोड़ों किसानों के लिए कई फायदे वाली योजनाएं शुरू की है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना को प्रदेश के किसानों के बीच अत्यंत लोकप्रिय माना जा रहा है और कोरोना संकट के बीच इस योंजना ने किसानों को बहुत राहत दी है। वहीं प्रदेश में इस योजना को अमलीजामां पहनाने में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोई कसर बाकी नहीं रखी है। इस योजना के अन्तर्गत सरकार किसानों के बैंक खातों में हर साल छः हजार रुपये जमा किए जाते हैं। किसान के बैंक खाते में यह राशि तीन बराबर किस्तों में डाली जाती है। प्रधानमंत्री किसान निधि योजना में सरकार ने पूरी पारदर्शिता बरती है। कोरोना वायरस के चलते देशभर में जारी लॉकडाउन के चलते राजस्वकर्मी व अधिकारी गांवों और तहसीलों का दौरा नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए सरकार ने ऑनलाइन नाम जोड़ने की प्रक्रिया को आसान किया है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना 2020 के लाभार्थी अपनी स्थिति की ऑनलाइन जांच के साथ ऑनलाइन अपना नाम जोड़ने का आवेदन भी कर सकते हैं।
उपनिदेशक कृषि डा. मुकुल तिवारी ने बताया कि जनपद गोण्डा में 4 लाख 48 884 हजार किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ मिल रहा है। उन्होंने बताया कि पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत 05 लाख 84 हजार 339 किसानों का पंजीकरण हुआ, जिसमें से 05 लाख 70 हजार 623 किसानों का डाटा लॉक किया गया तथा 59 हजार 348 किसान अपात्र पाए गए हैं। वर्तमान में 04 लाख 48 हजार 884 किसानों को योजना की किस्तें भेजी जा चुकी हैं। अब तक जिले में इस योजना के तहत किसानों को 41 हजार 369 लाख करोड़ रूपए का भुगतान किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि नए पंजीकरण वाले किसानों की पात्रता का सत्यापन कार्य प्रगति पर है। पात्र पाए जाने वाले किसानों को योजना का लाभ दिया जाएगा।
ज्ञातव्य है कि प्रदेश की योगी आदित्यनाथ जी की सरकार ने गरीबों, असहायों निराश्रितों के साथ-साथ किसानों को भी समुचित ध्यान रखा है। कोरोना वायरस संक्रमण के लॉकडाउन के दौरान किसानों की रबी की फसल पक गई थी, और फसल की कटाई-मड़ाई कर के अनाज-भूसा घर लाना था। खेती किसानी के कार्यो में किसानों को कोई आर्थिक परेशानी न हो, इसे दृष्टिगत रखते हुए प्रदेश सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अन्तर्गत किसानों के खातां में प्रत्येक किश्त में दो हजार प्रति किसान की दर से धनराशि डीबीटी के माध्यम से हस्तान्तरित कर किसानों को लाभान्वित किया। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के अन्तर्गत वितरित धनराशि से किसानों ने हर्ष व्यक्त करते हुए सरकार की भूरि-भूरि प्रश्ांसा की।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अन्तर्गत वेबसाईट पर किसानों को खुद को प्रधानमंत्री किसान योजना में पंजीकृत करने का विकल्प मौजूद है। अगर किसान ने पहले आवेदन किया है और उनका आधार ठीक से अपलोड नहीं हुआ है या किसी वजह से आधार नंबर गलत दर्ज हो गया है तो भी इसकी जानकारी भी इसमें मिल जाएगी। जिन किसानों को इस योजना का लाभ सरकार की तरफ से दिया गया है, उनके भी नाम राज्य, जिलेवार, तहसील व गांव के हिसाब से देखे जा सकते हैं। सरकार ने सभी लाभार्थियों की पूरी सूची अपलोड किया हुआ है। इतना ही नहीं किसान के आवेदन की स्थिति क्या है ? इसकी जानकारी किसान आधार संख्या, बैंक खाता व मोबाइल नंबर के जरिये भी मालूम की जा सकती हैं। इसके अलावा पीएम किसान योजना के बारे में खुद को अपडेट रखना चाहते हैं तो इसका लिंक भी दिया गया है। इस लिंक को प्रधानमंत्री किसान मोबाइल एप डाउनलोड कर सकते हैं। किसी भी किसान का आवेदन किसी डॉक्यूमेंट (आधार, मोबाइल नंबर या बैंक खाता) की वजह से रुका है तो वह कागजात ऑनलाइन अपलोड भी कर सकते हैं। अगर आप किसान हैं और इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं तो आप इस बेवसाइट की मदद लेकर अपना नाम खुद जोड़ सकते हैं।

error: Content is protected !!