कोरोना प्रभावित गंभीर जिलों में बड़े अफसरों को सौंपी गई कमान

प्रादेशिक डेस्क

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना के बढ़ते प्रकोप से निपटने के लिए राज्य सरकार ने अब गंभीर रूप से प्रभावित जिलों की कमान बड़े अफसरों को सौंप दी है। शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्य सचिव और अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य को कानपुर और झांसी में कोरोना के बिगड़ते हालात का मौके पर जाकर जायजा लेने के निर्देश दिए। इसी तरह इन अफसरों को रविवार को प्रयागराज और मिर्जापुर भी जाने के भी निर्देश दिए गए हैं। इन अधिकारियों से कहा गया है कि वे गंभीर स्थिति वाले जिलों में स्थिति संभालने के उपाय करें। नोडल अफसरों को प्रभावित जिलों में पांच दिन कैंप कर रिपोर्ट देने को भी कहा गया है।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने 27 जुलाई सोमवार से प्रदेश में रोज एक लाख जांच करने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने कहा कि आरटी-पीसीआर और रैपिड एंटीजन टेस्ट से जांच बढ़ाई जाए। सरकारी व निजी अस्पतालों में कोविड व नान कोविड मरीजों की कोरोना टेस्टिंग एक निर्धारित समय पर प्रतिदिन जाएगी। इस सिलसिले में आदेश जारी कर दिए गए हैं। यह जानकारी अवस्थापना और औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टंडन ने शनिवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में दी। उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटों में 57,068 टेस्टिंग हुई हैं। अब तक कुल टेस्टिंग 17 लाख 62 हजार 416 तक पहुंच चुकी है। प्रदेश में सरकारी व निजी संस्थानों में अब तक 56 हजार, 266 कोविड हेल्प डेस्क स्थापित हो चुकी हैं। इनमें हुई जांचों में 81,812 लोगों में कोविड के लक्षण पाए गए हैं। इन सभी के नमूने लेकर जांच कराई जा रही है। टंडन ने बताया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि रोजगार एवं सेवायोजन के नौकरी पोर्टल की मॉनिटरिंग के लिए हर जिले में अलग से टीम गठित की जाए।

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