केन्द्र के दबाव में एलआईसी ने किया अडानी समूह में निवेश : कांग्रेस

नई दिल्ली (हि.स.)। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने मोदी सरकार के दबाव में अडानी समूह की कंपनियों में निवेश बढ़ाया है। जिस वजह से 40 करोड़ एलआईसी परिवार पर आर्थिक संकट के बादल मंडरा रहे हैं ।

कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने गुरुवार को पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक प्रेसवार्ता के दौरान कहा हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से अडानी समूह को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। इस समूह पर कई तरह के फ्रॉड के आरोप लगे हैं। उन्होंने कहा कि एलआईसी ने अडानी इंटरप्राइजेज, अडानी टोटल गैस, अडानी ट्रांसमिशन, अडानी ग्रीन एनर्जी में बीते कुछ समय में अपना निवेश बढ़ाया है।

खेड़ा ने आरोप लगाया कि यह निवेश प्रधानमंत्री मोदी के दबाव में एलआईसी ने अडानी समूह में किया है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी समूह पर उपजे संकट से एलआईसी में निवेश करने वाले लोगों का पैसा फंसने की आशंका है।

खेड़ा ने कहा कि अडानी समूह ने सरकारी बैंकों से भी बड़े पैमाने पर कर्ज ले रखा है। उन्होंने कहा कि गौतम अडानी ने एसबीआई से 30 फीसदी कर्ज ले रखा है। जबकि निजी बैंकों से आठ फीसदी का कर्ज लिया है। इसका सीधा असर बैंक और एलआईसी से जुड़े लोगों पर होगा। ऐसे में सरकार को कोई ठोस कदम उठाना चाहिए और लोगों की शंकाओं का निवारण करना चाहिए।

खेड़ा ने कहा कि कांग्रेस मांग करती है कि सुप्रीम कोर्ट के जज की निगरानी में अडानी समूह की जांच कराई जाए। इस मुद्दे पर एक संयुक्त संसदीय समिति बनाई जाए और संसद में इस मुद्दे पर चर्चा कराई जाए।

आशुतोष

error: Content is protected !!