कासगंज में दो मंजिला भवन में लेंटर हुआ धराशाई, तीन दबकर घायल

कासगंज (हि.स.)। शहर के अमांपुर रोड पर गुरुवार की दोपहर अचानक भरभराकर मय लेंटर के दो मंजिल मकान के गिरने से क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। अधिकारियों की मौजूदगी में जेसीबी व स्थानीय लोगों ने राहत कार्य किया। मलबे में दबी 55 वर्षीय कुसुमा, 26 वर्षीय भावना व एक वर्षीय दीक्षा को बाहर निकालकर उन्हें उपचार के लिए पहुंचाया। अन्य लोगों के मलबे में नहीं होने के बाद प्रशासन व लोगों ने राहत की सांस ली। भावना को गंभीर हालत में बेहतर उपचार के लिए रेफर किया गया है। 

बिना पिलर, चार इंच की दीवार पर था दो मंजिल मकान गुरुवार की दोपहर मय लेंटर के गिरा दो मंजिल मकान बिना पिलर के बना हुआ था। इसके अलावा मकान की सभी दीवारें भी चार इंटर की ईंट पर थीं। अधिकारियों के मुताबिक मकान गिरने की यह भी एक अहम वजह रही है। मकान को बिना पिलर व मजबूत दीवारों के ही मकान स्वामी ने भवन को दो मंजिल तक पहुंचा दिया।  पड़ोसी की नींव खुदने के बाद हुआ हादसा कासगंज शहर के अमांपुर रोड पर हुए हादसे की वजह पड़ोसी के मकान के निर्माण के लिए हुआ नींव खुदाई का कार्य रहा। बताया जा रहा है कि पड़ोस में मकान बनवाने के लिए एक व्यक्ति ने अपने प्लॉट की नींव खुदाई का कार्य कराया। दोपहर करीब 12 बजे तक मजदूरों ने खुदाई का कार्य किया। मजदूरों के कार्य समाप्त कर जाने के कुछ ही देर बाद मकान मय लेंटर के धराशायी हो गया। 
अधिकारियों ने किया घटना स्थल का निरीक्षण अमांपुर मार्ग पर भरभराकर गिरे मकान के लेंटर व मलबे में परिवार के लोगों के दबने की जानकारी जैसे ही पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को हुई तो वह तुरंत ही मौके पर पहुंच गए। एसपी मनोज कुमार सोनकर, एडीएम अजय कुमार श्रीवास्तव, तहसीलदार अजय यादव समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए और मौके पर मौजूद रहकर राहत व बचाव कार्य कराया। परिवार के लोगों के साथ ही आसपास के स्थानीय वाशिंदों से भी अधिकारियों ने भी बातचीत की। सदर विधायक देवेंद्र राजपूत ने भी घटना स्थल पहुंचकर पीड़ित परिजनों से बातचीत कर मामले की जानकारी ली। 
राहत कार्य में लगी तीन जेसीबी व स्थानीय लोग कासगंज के अमांपुर रोड पर गुरुवार की दोपहर जैसे ही मय लेंटर के मकान धराशायी हुआ तो आसपास के लोग राहत कार्य को दौड़ पड़े। अधिकारियों को भी घटना की जानकारी दी गई। अधिकारियों के निर्देश पर तीन जेसीबी राहत कार्य में लगाई गईं। जेसीबी की मदद से मलबे में दबी कुसुमा, भावना व एक वर्षीय दीक्षा को बाहर निकाला जा सका। परिवार के सदस्यों से बातचीत करने के बाद अन्य लोगों के न होने की जानकारी पर अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
हो सकता था बड़ा हादसाशहर के अमांपुर रोड पर गुरुवार की दोपहर के समय मय लेंटर के गिरे दो मंजिल के मलबे से बड़ा हादसा हो सकता था। यह तो गनीमत रही कि घटना के समय इतने बड़े घर में एक बालिका व दो महिलाएं हीं मौजूद थीं और पड़ोसी भी घटना के दौरान मकान के आसपास नहीं थे। यदि घर में अधिक सदस्य होते और मकान के पास से लोगों का आवागमन बना होता तो हादसे में कई लोगों की जान जा सकती थी।

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