उत्तर प्रदेश में निवेश की हर बाधाएं खत्म : सिद्धार्थ नाथ

-अयोध्या को बनाया जा रहा दुनिया का विलक्षण पर्यटन स्थल -महिला एवं बाल सुरक्षा को समर्पित वीजीएम एप का लोकार्पण
प्रयागराज (हि.स.)। एमएसएमई एवं स्टार्टअप्स फोरम उत्तर प्रदेश की ओर से आयोजित अंतरराष्ट्रीय वेबिनार में कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने 35 देशों के अप्रवासी भारतीयों से संवाद में उत्तर प्रदेश में निवेश की संभावनाओं को बताया। कहा कि उत्तर प्रदेश में निवेश की हर बाधाओं को खत्म कर दिया गया है और इज ऑफ डुइंग बिजनेस के लिए नई नीतियां भी बनाई गई हैं।  प्रयागराज प्रवास के दौरान मंत्री श्री सिंह ने 35 देशों के अप्रवासी भारतीयों से वेबिनार के जरिए संवाद के दौरान एनआरआई निवेशकों को विश्वास दिलाया कि अब उत्तर प्रदेश में निवेश की हर बाधाओं को खत्म कर दिया गया है। यहां सिर्फ 72 घंटे में निवेशक को अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त हो रहा है। 
उन्होंने उत्तर प्रदेश के इन्फ्रास्ट्रक्चरल विकास, शैक्षणिक विकास, स्वास्थ्य विकास के बारे में बताया। कहा कि आज यूपी के मॉडल को पूरे देश में अपनाया जा रहा है। इसके लिए उन्होंने एक जनपद एक उत्पाद (ओडीओपी) का उदाहरण दिया। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अनेक उल्लेखनीय कार्य किये जा रहे हैं। इसके लिए उन्होंने कुशीनगर के अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के बारे में बताया कि दीपावली के बाद यह सामान्य तौर पर शुरू हो जाएगा। 
उन्होंने बताया कि अप्रवासी भारतीय लोगों की सुविधा के लिए अनेक डेस्क बनाये गए हैं। फिल्म सिटी का प्रस्ताव पारित हो चुका है। अयोध्या को दुनिया का विलक्षण पर्यटन स्थल बनाया जा रहा है। आत्मनिर्भर पैकेज के तहत अब तक प्रदेश में साढ़े पांच लाख लोगों-कंपनियों को ऋण दिया जा चुका है। स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए एक हजार करोड़ का पैकेज है।
इस अवसर पर उन्होंने अनेक देशों के अप्रवासी भारतीयों से संवाद किया। आबू धाबी से राकेश मेहता, कनाडा से प्रशांत शंकर पाठक, यूरोप से सुमित चक्रवर्ती, नाइजीरिया से देवेश मिश्रा, जर्मनी से रवीन्द्र कुलकर्णी इत्यादि ने सीधा संवाद कर निवेश की संभावनाओं से अवगत हुए। 
अतिथियों का स्वागत उत्तर प्रदेश डिजाइन संस्थान की अध्यक्ष क्षिप्रा शुक्ला व धन्यवाद ज्ञापन एमएसएमई एवं स्टार्टअप्स फोरम उत्तर प्रदेश के संस्थापक अध्यक्ष एवं कार्यक्रम के आयोजक मनोज कुमार शाह ने किया। कार्यक्रम में आईआईटी बीएचयू की संवर्धित स्टार्टअप कंपनी द्वारा विकसित महिला एवं बाल सुरक्षा को समर्पित वीजीएम एप का लोकार्पण भी किया गया। इस दौरान इसके संस्थापक मृत्युंजय सिंह ने एप के बारे में बताया। वेबिनार में 35 देशों से लगभग 150 से अधिक लोग जुड़े हुए थे। 

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