उत्तर कोरिया ने पानी के भीतर हमला करने वाले परमाणु ड्रोन का किया परीक्षण

प्योंगयांग (हि.स.)। दक्षिण कोरिया और अमेरिका के संयुक्त युद्ध अभ्यास के बीच उत्तर कोरिया ने एक बार फिर उन्हें चुनौती दी है। उत्तर कोरिया ने पानी के भीतर हमला करने वाले परमाणु ड्रोन का परीक्षण किया है। साथ ही फायरिंग ड्रिल कर चार क्रूज मिसाइल भी दागी हैं।

इस समय दक्षिण कोरिया और अमेरिका का संयुक्त युद्धाभ्यास चल रहा है। उत्तर कोरिया इस युद्धाभ्यास का विरोध कर रहा है। उत्तर कोरिया की ओर से लगातार संवेदनशील हथियारों का परीक्षण कर दोनों देशों को चुनौती भी दी जा रही है। अब एक बार फिर उत्तर कोरिया ने पानी के भीतर हमला करने वाले परमाणु ड्रोन का परीक्षण किया। ये ड्रोन इतना खतरनाक है कि इसके हमले से पानी के भीतर टी-सुनामी लाया जा सकता है। युद्ध के समय दुश्मन की नौसेना को तबाह करने के उद्देश्य से इससे हमला किया जा सकता है।

इस परीक्षण के दौरान उत्तर कोरिया के ड्रोन ने 59 घंटे से अधिक समय तक पानी के भीतर भ्रमण किया और शुक्रवार को अपने पूर्वी तट से पानी में विस्फोट कर दिया। अभी उत्तर कोरिया की ओर से ड्रोन की परमाणु क्षमताओं के बारे में विस्तार से नहीं बताया गया है। जानकारी दी गयी है कि पानी के भीतर हमला करने वाले परमाणु ड्रोन को किसी भी तट और बंदरगाह पर तैनात किया जा सकता है या ऑपरेशन के लिए सतह से किसी भी जहाज से खींचकर लाया जा सकता है।

पानी के भीतर हमला करने वाले परमाणु ड्रोन के परीक्षण के अलावा उत्तर कोरिया ने एक अलग से फायरिंग ड्रिल भी की। इसमें सामरिक परमाणु हमलों को अंजाम देने के लिए चार क्रूज मिसाइल दागीं गईं। क्रूज मिसाइलों का परमाणु हथियार के रूप में टेस्ट वारहेड के साथ परीक्षण किया गया। परीक्षण में इन मिसाइलों ने 1,500 से 1,800 किलोमीटर तक की दूरी तय की।

संजीव मिश्र/मुकुंद

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