आचार्य महाश्रमण ने सरसंघचालक के हाथों गोचरी ग्रहण की

नागपुर (हि.स.)। जैन श्वेतांबर रेतापंथ के ग्याहरवें आचार्य महाश्रमण विगत 25 मार्च को नागपुर यात्रा पर पहुंचे। इस दौरान वह नागपुर के रेशमबाग स्थित डॉ. हेडगेवार स्मृति मंदिर परिसर गए जहां उन्होंने सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत से मुलाकात की। इस अवसर पर आचार्य महाश्रमण ने झोली हाथ में लेकर गोचरी ग्रहण की। आचार्यश्री द्वारा स्वयं झोली लेकर गोचरी पधारने का यह प्रथम प्रसंग था, जिसे देखकर सभी दर्शक अभिभूत थे। आचार्य महाश्रमण जैन धर्म के बड़े आध्यात्मिक गुरु हैं। इसके साथ ही वे अच्छे वक्ता, लेखक, कवि और दार्शनिक के तौर पर भी जाने जाते हैं। इस मुलाकात के बारे में संघ सूत्रों ने सोमवार को बताया कि भारत की आध्यात्मिक उन्नति के लिए संघ विभिन्न धर्मों के महापुरुषों से परामर्श कर मार्गदर्शन प्राप्त करता है। नतीजतन संत समाज का संघ से विशेष जुड़ाव रहता है। इसी के तहत आचार्य महाश्रमण ने रेशमबाग पहुंचकर सरसंघचालक से मुलाकात की। आचार्य महाश्रमण  के डॉ. हेडगेवार स्मृति भवन पहुंचने पर संघ के अखिल भारतीय सह संपर्क प्रमुख सुनील देशपांडे आदि कार्यकर्ताओं ने आचार्य का स्वागत किया। सरसंघचालक डाॅ. भागवत ने आचार्यश्री का स्वागत करते हुए पदार्पण पर प्रसन्नता व्यक्त की। इस दौरान आचार्यश्री और सरसंघचालक के बीच विभिन्न विषयों पर बातचीत हुई। 

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