आईपीएस दीपक भूकर ने शुरु की संजीत हत्याकांड की जांच, नदी और नाले में चला सर्च अभियान


– हत्योरोपियों ने नदी में शव बहाने और झाड़ियों में मोबाइल व बैग फेकने की कही थी बातें

– पीड़ित परिवार को पुलिस पर नहीं है भरोसा, सीबीआई जांच की कर रहा मांग

कानपुर, 17 अगस्त (हि.स.)। संजीत यादव का अपहरण व हत्याकांड पुलिस के लिए गले की फांस बनता जा रहा है। घटना के करीब दो माह होने वाले हैं और पुलिस के हांथ पर एक भी सबूत नहीं लग पाया है। यहां तक कि अभी तक शव ही नहीं मिला है। यह अलग बात है कि एक माह बात पुलिस ने पांच हत्यारोपियों को पकड़ घटना का खुलासा कर दिया। शव न मिलने और कोई सबूत न मिलने से परिजन पुलिस के खुलासे पर विश्वास नहीं कर रहे हैं और बराबर सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। ऐसे में नवनियुक्त आईपीएस (एसपी दक्षिण) दीपक भूकर ने नये सिरे से घटना की जांच शुरु कर दी। सोमवार को एसपी ने फिरौती में प्रयोग किये गये मोबाइल और बैग के लिए हत्यारोपियों के बताये जगह नाले और झाड़ियों में सर्च अभियान चलाया। 
बर्रा के ईडब्ल्यू निवासी चमन लाल यादव के पैथालॉजी कर्मी बेटे संजीत यादव का 22 जून को अपहरण हो गया था। परिजन बराबर पुलिस से न्याय की गुहार मांगते रहे और परिजनों के मुताबिक पुलिस के कहने पर 30 लाख रुपये की फिरौती भी दे डाली और पुलिस की मौजूदगी में ही अपहरणकर्ता रुपयों से भरा बैग लेकर रफू चक्कर हो गये थे। मामला मीडिया में तूल पकड़ने पर शासन ने एसपी दक्षिण अपर्णा गुप्ता समेत 11 पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया। पुलिस ने करीब एक माह बाद पांच हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा कर दिया। हत्यारोपियों के मुताबिक संजीत की हत्या 26 जून को कर दी गयी थी और शव को पाण्डु नदी में फेक दिया गया है। पुलिस ने हत्यारोपियों को रिमांड पर लेकर नदी में कई दिनों तक सर्च आपरेशन चलाया पर शव नहीं मिल सका। इस पर परिजन शास्त्री चौक पर धरना दे दिया तो आलाधिकारियों ने सीबीआई जांच का आश्वासन दिया। इसके बाद भी कोई कार्रवाई न होता देख चार दिन पहले एक बार फिर परिवार का धैर्य टूट गया और पैदल ही मुख्यमंत्री से मिलने के लिए लखनऊ निकल पड़ा। इस पर फिर पुलिस के आलाधिकारी परिजनों को आश्वासन दिया कि मुख्यमंत्री से मिलाया जाएगा और सीबीआई जांच का आश्वासन दिया। हालांकि अभी तक सीबीआई जांच की प्रक्रिया पर आलाधिकारी मौन है, पर नवनियुक्त आईपीएस (एसपी दक्षिण) दीपक भूकर ने नये सिरे से जांच शुरु कर दी है। सोमवार को आईपीएस ने पाण्डु नदी के उस पुल का निरीक्षण किया जहां पर हत्यारोपियों के मुताबिक संजीत का शव पाण्डु नदी में फेका गया। हत्यारोपियों ने बताया था कि नदी के पास नाले व झाड़ियों के बीच फिरौती के लिए प्रयोग करने वाले मोबाइल और फिरौती में मिले बैग को फेक दिया था। दिनभर चले सर्च आपरेशन के बाद भी न तो मोबाइल मिला और न ही बैग। एसपी ने बताया कि कल जेसीबी लेकर सर्च आपरेशन चलाया जाएगा और मोबाइल व बैग को खोजा जाएगा, जिससे घटना में सबूत एकत्र किये जा सके। बताते चलें कि खुलासे के दौरान हत्यारोपियों ने बताया था कि संजीत की हत्या 26 जून को कर दी गयी थी। इसके बाद परिजनों से फिरौती मांगी गयी थी। 

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