हज़ार रातों से अफ़ज़ल रात है शब ए बारात : जमाल हैदर करबलाई

कब्रगाहों पर फूलों मोमबत्तियों, लाइटों से की गई थी सजावट

घरों में दिलाई नियाज़, बच्चों ने खूब फोड़े पटाखे जलाई फुलझड़ियां

डुमरियागंज सिद्धार्थनगर। तहसील क्षेत्र में रविवार को शब ए बारात का त्योहार पूरे अकीदत और जोश खरोश के साथ मनाया गया।
शब ए बारात के मौके पर हल्लौर में शाम होते ही अपने अपने कब्रिस्तान में पहुँचकर कब्र पर फूल डालकर मोमबत्ती अगरबत्ती जलाकर फातिहा पढ़ा और मरने वाले की मगफिरत व परिवार की सलामती के लिए अल्लाह से दुआएं मांगी। हल्लौर जामा मस्जिद, कर्बला स्थित मेहंदी कुआँ, पोखरवा कब्रिस्तान, कुला की बाग व दीगर कब्रिस्तान में विशेष रोशनी व कब्र पर फूलों से सजावट की गई थी। पृरी रात कब्रिस्तान में चाय पानी की व्यवस्था देंखने को मिली। 10 बजे हल्लौर स्थित जामा मस्जिद में इमाम जुमा मौलाना मोहम्मद अब्बास शारिब ने विशेष नमाज़ (आमाल) कराया। आमाल के बाद मौलाना मोहम्मद अब्बास शारिब की सदारत में महफ़िल का आयोजन किया गया। जिसमें मुकामी शायरों ने इमाम मेंहदी आखरूज़ ज़मा अलैहिस्सलाम की शान में कलाम व कसीदे पढ़कर खूब वाहवाही बटोरी। ज़ाकिरे अहलेबैत सै० जमाल हैदर करबलाई ने शब ए बारात पर रोशनी डालते हुए कहा कि यह हज़ारों रातों से अफजल रात है। इस रात अल्लाह अपने बंदों के बहुत करीब होता है और अल्लाह इस रात बरकतों, रहमतों की बारिश करता है। शब ए बारात में की गई इबादत अल्लाह ज़रूर कबूल करता है। अन्त में मौलाना मोहम्मद अब्बास शारिब ने कहा कि इस्लाम में शब-ए-बारात की काफी अहमियत हैं, इस्लामिक कैलेंडर के हिसाब से शाबान के महीने की 15वीं तारीख की रात में शब-ए-बारात मनाई जाती है। इस रात इबादत करनी चाहिए और अपने गुनाहों की माफी मांगनी चाहिए। मरने वाले के हक में मगफिरत की दुआ करनी चाहिए। महफ़िल के दौरान इक़्तेदार मेंहदी, आले रजा, खुर्शीद जफर, अफसर मेंहदी, काज़िम मेंहदी, तनवीर हसन, शादाब संजू, अजादार अज्जा, हसन जमाल, नफ़ीस हल्लौरी, शान, मंज़र मास्टर, हैदरे कर्रार, शमशाद, नौशाद, मोहम्मद असगर, मीसम, लकी, आरज़ू, रौनक, अहसन मेंहदी, अली अब्बास, अलमदार हुसैन, शमशाद अली, शबाब, अख्तर, सोजफ़, तसकीन, काज़िम रज़ा, कामियाब, नफीसुल हसन, वसी हैदर, शबी हैदर, जमाल हैदर सहित तमाम लोग मौजूद रहे। इसी क्रम में डुमरियागंज तहसील क्षेत्र के भटगवा, बसडिलिया, डुमरियागंज, जबजव्वा, बेवां मुस्तफा, टिकरिया, औराताल, बघहवा, कादिराबाद, बिथरिया, औसान कुइयां, मछिया सहित मुस्लिम बाहुल्य इलाकों के लोग कब्रिस्तान में जाकर फातिहा पढ़कर अल्लाह से मग़फ़िरत की दुआ की। कब्रिस्तान में रोशनी की भरपूर व्यवस्था रही। जिससे लोगो को आने जाने में कोई परेशानी का सामना न करना पड़े। इस रात क्षेत्र की सभी मस्जिदें गुलज़ार रही। पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा का बेहतर इंतेज़ाम किया गया था। इस मौके पर एसडीएम डुमरियागंज व सीओ हल्लौर स्थित पोखरवा कबिस्तान का निरीक्षण किया।
मोहम्मद शाहिद रिपोर्ट

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