नामी चिकित्सक इखलाक लारी का निधन, जनाजे में उमड़ा सैलाब
संवाददाता
कर्नलगंज, गोण्डा। क्षेत्र के जाने माने डाक्टर इखलाक अहमद लारी (81) का बीती रात इलाज के दौरान राजधानी लखनऊ में निधन हो गया। वह पिछले कुछ दिनों से राजधानी के चन्दन हॉस्पिटल में भर्ती थे। उनके निधन की खबर सुनकर लोग स्तब्ध रह गये। स्थानीय कस्बे के सदर बाजार लारी रोड स्थित उनके आवास पर उनके अन्तिम दीदार के लिये सुबह से ही लोगो का भारी हुजूम जुट गया और दोपहर बाद उठे उनके जनाजे में हजारों की तादाद मे पहुँचकर लोगों ने उन्हें कन्धा देकर अन्तिम विदाई दी। मूल रूप से देवरिया जिले के लारी कस्बे के निवासी डाक्टर लारी ने कर्नलगंज कस्बे को अपनी कर्मभूमि बनायी और यहीं रहकर क्षेत्र के गरीबों, मजदूरों तथा असहाय लोगों की आजीवन सेवा करते रहे। इतना ही नहीं, इस क्षेत्र के उभरे हुये लोगों के परिवारों के भी वह फैमिली डाक्टर रहे। वर्ष 1970 के दौर में बिहार प्रांत के पटना से बीयूएमएस की डिग्री हासिल करने वाले डाक्टर एखलाक अहमद लारी ने अपने 50 वर्ष के सेवाकाल (प्रेक्टिस) के दौरान करीब दो दर्जन से भी ज्यादा लोगों को अपनी देखरेख मे प्रशिक्षित करके आत्मनिर्भर बनाने का अनोखा काम किया, जो आज विभिन्न क्षेत्रों में रहकर लोगों को अपनी सेवायें देकर अपने परिवार की जीविका चला रहे हैं।
गंगा जमुनी तहजीब के मिशाल थे डाक्टर लारी
लारी दवाखाना पर वर्ष 1989 से 1994 करीब पाँच वर्ष तक लगातार डाक्टर लारी के सहयोगी रहे। कर्नलगंज क्षेत्र अन्तर्गत पैरौरी गाँव निवासी और वर्तमान में दिल्ली के बहुप्रतिष्ठित जीवन माला हॉस्पिटल के प्रबंधक राजमणि तिवारी ने उनके साथ बिताये समय को याद करते हुये बताया कि डाक्टर साहब बहुत नेकदिल इन्सान के साथ हिन्दू-मुस्लिम एकता के प्रतीक थे। उन्होने कर्नलगंज मे हुये 1990 के दंगे का जिक्र करते हुये बताया कि कुछ आसामाजिक लोगों द्वारा जब दोनां कौम के बीच बड़ी खाई बनाकर माहौल खराब कर दिया गया था, तो उन दिनों डाक्टर साहब ने मुझे अपने घर पर रखा तथा पीएसी की मदद से मुझे घर सुरक्षित भेजवाकर इंसानियत की बड़ी मिशाल पेश की। उनके छह बेटियाँ तथा तीन बेटे हैं। अशफाक अहमद एक मेडिकल स्टोर संचालक हैं, जबकि अवसाब अहमद व रिजवान अहमद लारी पेशे से डाक्टर हैं। दुख की इस घड़ी में विधान परिषद सदस्य महफूज खान, बसपा नेता मसूद आलम खाँ, नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि शमीम अहमद अच्छन, पूर्व चेयरमैन रामजीलाल, शिव कुमार पुरवार, नेता किशनू सिंह, राजमणि तिवारी, जयचन्द्र सिंह, नजीर इण्डियन, रफीउल्लाह अंसारी, अशोक सिंघानिया, राहुल सिंह, इकबाल रजा कुरैशी, नौशाद खाँ एडवोकेट, कामरान लारी, अफजाल लारी, तस्लीम खान, जमीर इण्डियन,हितेश सिंह, एम.पी.तिवारी, शत्रोहन मौर्य, जशपाल मौर्या, शिवपूजन गोस्वामी प्रधान, दिग्विजय सिंह, लेखराज यादव आदि अनेकों लोगों समेत क्षेत्र के चिकित्सकों, प्रबुद्धजनों, व्यवसाईयों तथा हजारों लोगो ने नम आँखों से उन्हें अन्तिम विदाई दी।