UP News : पुलिस की जांच एजेंसियों को मिले 23 नए इंस्पेक्टर

प्रादेशिक डेस्क

लखनऊ। प्रदेश पुलिस की जांच एजेंसियों में मैनपॉवर की कमी दूर करने की कोशिश शुरू हो गई है। डीजीपी ने विभिन्न जांच एजेंसियों में फिलहाल 23 इंस्पेक्टरों की तैनाती की है। हालांकि पर्यवेक्षण के स्तर पर अफसरों की कमी बनी हुई है। कई एजेंसियों ने शासन से डीआईजी व आईजी स्तर के अफसर तैनात करने का अनुरोध किया है। डीजीपी ने जौनपुर में तैनात इंस्पेक्टर श्याम दास, मुजफ्फरनगर में तैनात कमल सिंह चौहान, इटावा में तैनात सुभद्रा कुमारी वर्मा, बाराबंकी में तैनात प्रमोद कुमार झा, बस्ती में तैनात ओम प्रकाश यादव, गोरखपुर में तैनात नीलम बिष्ट व कानपुर नगर में तैनात आशीष कुमार शुक्ला को सीबीसीआईडी में भेजा है।
बांदा में तैनात नीरज कुमार सिंह, सीतापुर में तैनात विकास चंद्र मिश्रा, वाराणसी में तैनात नफीस अहमद, जालौन में तैनात महेन्द्र प्रताप, लखनऊ में तैनात अवधेश कुमार पांडेय, बस्ती में तैनात शिवाजी राव व अरविन्द कुमार श्रीवास्तव, गोरखपुर में तैनात विवेक मिश्रा व राकेश कुमार चंदेल, मुरादाबाद में तैनात पान सिंह, जौनपुर में तैनात धनंजय कुमार वर्मा व कौशाम्बी में तैनात अतुल कुमार सिंह को सतर्कता अधिष्ठान में तैनात किया गया है। गाजीपुर में तैनात शैलजा निगम व बांदा में तैनात शैल कुमार सिंह को ईओडब्ल्यू में भेजा गया है। इसके साथ ही बदायूं में तैनात उषा तोमर को भ्रष्टाचार निवारण संगठन, अलीगढ़ में तैनात सरताज अली को राज्य मानवाधिकार आयोग लखनऊ तथा झांसी में तैनात अरुण कुमार को पीटीसी मुरादाबाद में तैनात किया गया है। इस तैनाती से जांच एजेंसियों में मामलों की जांच व दर्ज होने वाले मुकदमों की विवेचना में आने वाली दिक्कतें दूर हो जाएंगी। हालांकि अभी और भी मैनपावर की जरूरत है। ज्यादा काम के बोझ वाली एजेंसियों एसआईटी, ईओडब्ल्यू, सतर्कता अधिष्ठान व सीसीसीआईडी में पर्यवेक्षणीय अधिकारियों की भी भारी कमी है। कई एजेंसियों के डीजी ने शासन को पत्र लिखकर डीआईजी व आईजी स्तर के अफसर तैनात करने का अनुरोध किया है। माना जा रहा है कि जल्द होने वाले आईपीएस अफसरों के तबादले में यह कमी दूर की जा सकती है

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