Rizwan Zaheer की बैरक से बरामद हुईं विशेष वस्तुएं, शासन ने की सख्त कार्रवाई
प्रादेशिक डेस्क
लखनऊ। ललितपुर जिला कारागार में बंद पूर्व सांसद Rizwan Zaheer को जेल मैनुअल के विरुद्ध दी गई सुविधाओं को लेकर शासन ने बड़ी कार्रवाई की है। डिप्टी जेलर जय नारायण भारती को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और उनके खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है। यही नहीं, जेल अधीक्षक मुकेश कुमार के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही के लिए शासन को संस्तुति भेजी गई है। जेलर जीवन सिंह पर भी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
यह मामला उस वक्त सामने आया जब जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की टीम ने ललितपुर जेल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान Rizwan Zaheer की बैरक से गद्दा, तकिया, बैटरी वाला पंखा, देसी घी, अचार, टिफिन, साबुन, तेल, क्रीम, शैम्पू और नगद राशि बरामद की गई। इन वस्तुओं को जेल मैनुअल का घोर उल्लंघन माना गया।
Rizwan Zaheer प्रकरण में कई अधिकारी जांच के घेरे में
डीआईजी जेल, कानपुर रेंज से कराई गई जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। इसके आधार पर शासन ने हेड जेल वार्डर राजेंद्र प्रसाद, वीरेंद्र शाह और जेल वार्डर रजनेश यादव को भी निलंबित कर दिया है। मामले में जेल प्रशासन की भूमिका अब गंभीर सवालों के घेरे में है। शासन ने साफ किया है कि Rizwan Zaheer जैसे प्रभावशाली बंदियों को नियम से इतर सुविधाएं देना पूरी तरह अनुचित है और ऐसे मामलों में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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VIP सुविधा पाने वाले Rizwan Zaheer के मामले में सरकार सख्त
यह मामला सिर्फ एक बंदी को विशेष सुविधा देने तक सीमित नहीं है, बल्कि इससे संपूर्ण जेल प्रणाली की निष्पक्षता और पारदर्शिता पर प्रश्न खड़े हो रहे हैं। Rizwan Zaheer की बैरक से जिस प्रकार की सामग्री मिली है, वह आम बंदियों को बिल्कुल भी उपलब्ध नहीं कराई जाती। ऐसे में यह कार्रवाई उदाहरण बनेगी।
सरकार की यह सख्ती यह संकेत देती है कि अब जेलों में VIP कल्चर नहीं चलेगा। Rizwan Zaheer को दी गई सुविधाएं एक सिस्टमेटिक मिलीभगत का परिणाम मानी जा रही हैं।
Rizwan Zaheer मामले से जेल सुधारों की जरूरत फिर उजागर
Rizwan Zaheer प्रकरण ने जेलों में नियम विरुद्ध गतिविधियों को लेकर चल रहे पुराने सवालों को फिर जगा दिया है। क्या जेलों में बंद रसूखदार अब भी सामान्य कैदियों से अलग रहते हैं? क्या जेल प्रशासन पर राजनीतिक या आर्थिक दबाव काम करता है? यह मामला इन सभी प्रश्नों को प्रासंगिक बनाता है।
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