बादलों के कहर से कांपा पहाड़! 2000 से अधिक सैलानी फंसे
राज्य डेस्क
शिमला। हिमाचल प्रदेश में पहले मानसून सीजन में बादल फटने की घटनाओं ने कुल्लू और धर्मशाला को झकझोर कर रख दिया है। बुधवार को कुल्लू जिले में सैंज, गड़सा, मनाली और बंजार क्षेत्र तथा धर्मशाला के खनियारा में बादल फटने से बाढ़ और मलबे ने जान-माल का भारी नुकसान किया। तीन लोगों की मौत हो चुकी है, 21 लापता हैं और 2000 से अधिक पर्यटक विभिन्न घाटियों में फंसे हुए हैं।
सैंज घाटी में हालात बेहद गंभीर, 150 से अधिक वाहन फंसे
कुल्लू की सैंज घाटी सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में है, जहां बादल फटा और तीन लोग बह गए। शैंशर, शांघड़ और सुचैहन पंचायतों में 150 से ज्यादा पर्यटक वाहन रास्ता बंद होने के कारण फंसे हुए हैं। सिउंड मार्ग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है जिससे पर्यटक बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। प्रशासन के अनुसार एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हैं।
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हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट बहा, निर्माणाधीन भवन में मजदूरों के बहने की आशंका
धर्मशाला के खनियारा में मनूणी खड्ड में बादल फटने से आई बाढ़ के कारण एक निर्माणाधीन इंदिरा प्रियदर्शिनी जलविद्युत परियोजना प्रभावित हुआ है। यहां काम कर रहे 20 से अधिक मजदूरों के बहने की खबर है। बादल फटा की घटनाओं से दो मजदूरों के शव मनूनी खड्ड में अलग-अलग जगह मिले हैं। प्रशासन ने पुष्टि करते हुए बताया कि बचाव कार्य जारी है।
विधायक ने जताई 20 मजदूरों के बहने की आशंका
कांगड़ा के उपायुक्त हेमराज बैरवा और पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि यहां करीब 280 मजदूर रह रहे थे। इनमें से करीब 220 मजदूर सुरक्षित हैं। नगूणी से करीब 40 लोगों को रेस्क्यू किया जा रहा था। कितने लोग बहे हैं, इसका पता लगाने के लिए टीमें जुटी हैं। धर्मशाला के विधायक सुधीर शर्मा ने इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट कर बादल फटा की घटना में मनूनी खड्ड में 15 से 20 मजदूरों के बहने की आशंका जताई है। लिखा है कि दुख की घड़ी में वह पीड़ित परिवारों के साथ हैं।
गांवों में घुसा मलबा, पुल और स्कूल तक बर्बाद
बंजार क्षेत्र के होरनगाड़ में बादल फटा और बाढ़ के कारण सड़कें, पुल और स्कूल प्रभावित हुए हैं। प्राथमिक विद्यालय में मलबा घुस गया, जिसे स्थानीय लोगों ने मिलकर बच्चों को बाहर निकालकर राहत दी। वहीं गड़सा घाटी में नालों पर बनी कई पुलियां बह गई हैं। मनाली के ब्रह्मगंगा, ग्ररहण और कुथी काकड़ी नाले भी उफान पर हैं।
171 सड़कें ठप, 550 ट्रांसफार्मर बंद, हवाई उड़ानें भी बाधित
प्रदेश में भारी बारिश और बादल फटा की घटनाओं के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त है। औट-बजार-सैंज एनएच-305 समेत कुल 171 सड़कें बंद हैं और 550 ट्रांसफार्मर काम नहीं कर रहे। हवाई यातायात भी प्रभावित हुआ है! गगल एयरपोर्ट पर चार विमान उतरे, लेकिन शिमला और दिल्ली की उड़ानें रद्द कर दी गईं।
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जवानों के हथियार बह गए, एक घायल
एनएचपीसी के सिउंड पावर हाउस में बादल फटा और वहां तैनात पंडोह बटालियन की गार्द का रिहायशी अस्थायी शेड बह गया। इसमें तैनात जवानों के कपड़ों और सामान सहित तीन से चार हथियार भी बह गए। एक जवान घायल हुआ है और उसे कुल्लू अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मौसम विभाग ने दी नई चेतावनी, 5 जिलों में बाढ़ का खतरा
मौसम विभाग शिमला ने येलो अलर्ट जारी करते हुए 26 और 27 जून को तीव्र बारिश और बादल फटा की चेतावनी दी है। चंबा, कांगड़ा, मंडी, शिमला और सिरमौर में बाढ़ आने की चेतावनी दी गई है। 2 जुलाई तक बारिश का यह क्रम जारी रह सकता है। बुधवार को प्रदेश का तापमान भी सामान्य से 4-5 डिग्री कम दर्ज किया गया।
प्रशासन सतर्क, रेस्क्यू टीमें हरकत में
जिला प्रशासन कुल्लू और कांगड़ा में हालात पर लगातार नजर बनाए हुए है। उपायुक्तों ने बताया कि अब तक दो शव बरामद हुए हैं और रेस्क्यू ऑपरेशन तेज कर दिया गया है। बादल फटा घटनाओं को लेकर प्रशासन ने स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है।

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