दिव्या भारती की असमय मौत से हिल गया था बॉलीवुड
कई अभिनेत्रियों ने मिलकर पूछा किया था दिव्या भारती की अधूरी फिल्में
मनोरंजन डेस्क
आज से ठीक 31 साल पहले, 5 अप्रैल 1993 को, महज़ 19 साल की उम्र में एक उभरता सितारा अचानक बुझ गया। दिव्या भारती की असमय मौत ने फिल्मी दुनिया को गहरा आघात दिया। एक बेहद संभावनाशील अभिनेत्री, जो अपनी मासूमियत, चुलबुलेपन और बेमिसाल स्क्रीन प्रेजेंस से दर्शकों के दिल में जगह बना रही थी, अचानक दुनिया से चली गई। दिव्या की मौत को लेकर आज भी कई सवाल उठते हैं। रात के समय, अपने घर की बालकनी से गिरने की घटना को कभी हादसा कहा गया, तो कभी आत्महत्या और कुछ ने तो इसे हत्या तक बताया। लेकिन सच्चाई आज भी रहस्य के धुंध में गुम है।
सिर्फ 3 साल में 21 फिल्में
1990 में तेलुगू फिल्म ’बोब्बिली राजा’ से शुरू हुआ दिव्या का करियर हिंदी सिनेमा में भी तेजी से चमका। ’विश्वात्मा’, ’दिल का क्या कसूर’, ’बलवान’, ’दिल ही तो है’, ’दीवाना’, ’शक्तिमान’ और ’रंग’ जैसी फिल्मों ने दिव्या को सबसे कम उम्र की सुपरस्टार बना दिया। कम उम्र में मिली शोहरत ने उन्हें हर बड़े बैनर की पसंद बना दिया था। 1993 तक वह 12 फिल्में साइन कर चुकी थीं, जिनकी शूटिंग या तो चल रही थी या शुरू होने वाली थी। लेकिन उनकी अचानक मौत ने न केवल परिवार और प्रशंसकों को तोड़ा, बल्कि प्रोड्यूसर्स को भी संकट में डाल दिया।
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किन-किन फिल्मों में रिप्लेस हुईं दिव्या भारती?
उन फिल्मों में जहां उनकी शूटिंग शुरू हो चुकी थी या रोल फाइनल था, वहां दूसरे कलाकारों को लाया गया। करिश्मा कपूर ने ‘धनवान’ में दिव्या को रिप्लेस किया। श्रीदेवी ने ‘लाडला’ में दिव्या की अधूरी शूटिंग के बाद रोल संभाला। रवीना टंडन ने ’मोहरा’ और ’दिलवाले’ जैसी फिल्मों में दिव्या की जगह ली। तब्बू ने ‘विजयपथ’ में अजय देवगन के साथ स्क्रीन शेयर की, जो पहले दिव्या को करनी थी।
और भी एक्ट्रेसेस ने निभाया उनका अधूरा सपना
ममता कुलकर्णी ‘आंदोलन’ में, जूही चावला ‘कर्तव्य’ में, मनीषा कोइराला ‘कन्यादान’ में, काजोल ‘हलचल’ में और पूजा भट्ट ‘अंगरक्षक’ में, हर किसी ने उन किरदारों को निभाया जो कभी दिव्या के लिए लिखे गए थे।
ये फिल्में रहीं अधूरी
कुछ प्रोजेक्ट्स उनकी मौत के बाद बंद कर दिए गए। फिल्म ’दो कदम’ और तेलुगू फिल्म ‘चिंतामणि चिंतामणि’ उनकी मौत के साथ ही डिब्बे में बंद हो गईं। इन फिल्मों की कहानियां और किरदार अब इतिहास का हिस्सा बन चुके हैं।
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दिव्या की मौत के बाद फैंस का ग़ुस्सा और अफ़सोस
दिव्या की मौत के बाद उनके फैंस ने गहरा दुख और आक्रोश जताया। मुंबई में उनके अंतिम दर्शन के लिए भीड़ उमड़ पड़ी थी। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई युवा लड़कियों ने खुद को दिव्या की तरह समझकर नुकसान तक पहुंचाया। आज भी सोशल मीडिया पर दिव्या भारती की तस्वीरें और वीडियो वायरल होते हैं। उनके डायलॉग्स, गाने और मासूम मुस्कान आज भी दर्शकों के दिलों में ज़िंदा हैं।
क्यों नहीं भुला पाई दुनिया दिव्या भारती को?
दिव्या सिर्फ एक अभिनेत्री नहीं थीं, वो एक फिनॉमेनन थीं। उनकी मासूमियत, तेज़ी से बढ़ता करियर और अचानक आया अंत कृ हर चीज़ ने उन्हें बॉलीवुड की सबसे ट्रैजिक स्टोरीज़ में शामिल कर दिया। ’दीवाना’ फिल्म में शाहरुख़ खान के साथ उनकी जोड़ी को आज भी याद किया जाता है। ‘ऐसे दीवाने का क्या कहना…’ गाने में वो जितनी सहज और मोहक दिखीं, उतना कोई और शायद ही दिख पाया।
दिव्या भारती की यादों का दिन
हर साल 5 अप्रैल को फैंस, फिल्म जगत और मीडिया दिव्या भारती को याद करते हैं। उनकी अदाएं, उनकी कहानियां और उनकी फिल्मों के वो अधूरे पन्ने आज भी लोगों की आंखें नम कर देते हैं। दिव्या भारती की मौत एक रहस्य ही नहीं, बल्कि एक अपूर्ण किंवदंती बन चुकी है। वे अगर आज होतीं, तो शायद बॉलीवुड का इतिहास कुछ और होता। उनका जाना सिर्फ एक अभिनेत्री का जाना नहीं था, बल्कि एक पूरे युग का अधूरा हो जाना था।
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