मेरठ के स्पोर्ट्स गुड्स के निर्यात में पांच साल में 21 प्रतिशत की वृद्धि

मेरठ (हि.स.)। मुख्य विकास अधिकारी ईशा दुहन ने कहा कि प्रत्येक जिले के हर उत्पाद का एक्सपोर्ट प्लान बनाया जाएगा। मेरठ का जनपद स्तरीय एक्सपोर्ट प्लान 15 नवम्बर तक बनाया जाएगा। पिछले पांच साल में मेरठ के स्पोर्ट्स गुड्स के निर्यात में 21 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन को क्रियान्वित करने के लिए प्रदेश के प्रत्येक जिले को पोटेंशियल एक्सपोर्ट हब के रूप में विकसित किया जाना है। निर्यात को बढ़ावा देने के लिए गठित जिला स्तरीय एक्सपोर्ट प्रमोशन कमेटी की शुक्रवार को बचत भवन में बैठक हुई। मुख्य विकास अधिकारी ईशा दुहन ने बताया कि मेरठ में लैब स्थापित करने के लिए डीएसआर पर शासन से सैद्धांतिक सहमति मिल गई है। अब इसकी डीपीआर बनाई जा रही है। मेरठ के एक्सपोर्ट प्लान के लिए सुझाव उद्योग विभाग की ईमेल आईडी पर भेजे जा सकते हैं। 
संयुक्त निदेशक डीजीएफटी रमेश वर्मा ने कहा कि निर्यात को बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक जनपद में उसके यहां उत्पादित प्रत्येक उत्पाद के लिए एक उप कमेटी बनाने की आवश्यकता है। इस कमेटी की नियमित बैठकें होगी और मुख्य कमेटी को अपनी आख्या देगी। उन्होंने कहा कि निर्यातकों में दक्षता व क्षमता दोनों है। उनको प्रोत्साहित किए जाने की आवश्यकता है। मेरठ में स्पोर्ट्स गुड्स में पांच वर्षों में निर्यात में 21 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि जालंधर में इसी अवधि में 10.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई। उन्होंने बताया कि मेरठ के दस प्रमुख निर्यात किए जाने वाले उत्पादों में एथलेटिक्स गुड्स, बाॅल, क्रिकेट का सामान, स्पोर्ट्स वियर आदि है। सबसे ज्यादा निर्यात यूनाईटेड किंगडम में किया जा रहा है। 
उपायुक्त उद्योग वीके कौशल ने बताया कि मेरठ में एक टेस्टिंग लैब पीपीडीसी स्थापित है, लेकिन लैब एक्पोटर्स की सभी जरूरतों को पूरा नहीं कर पा रही है। मेरठ में लैब स्थापित करने के लिए एक डिटेलेड सर्वे रिपोर्ट (डीएसआर) बनाकर शासन को भेजी गयी, जिसकी सैद्धांतिक सहमति प्राप्त हो गई है। इसके लिए अब एक डिटेलेड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जा रही है, जिसमें कौन-कौन से उत्पाद की टेस्टिंग होनी है उसको सम्मिलित किये जाने पर कार्य चल रहा है तथा जिसके लिए ईएंडवाई कंसल्टेन्सी सर्विसेज को भी कार्य दिया गया है। 

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