पानी से लबालब सड़क में रोटी का जुगाड़ करते बच्चे

– कबाड़ की तलाश में बच्चे पानी में घूमते 


फतेहपुर। जिन बच्चों को छोटी सी उम्र में पढ़ना चाहिए उन्हें अपने और अपने परिवार के पेट भरने के लिए कूड़ा बीनना पड़ रहा है। बरसात में जब सड़के नाला बन गई तो इन बच्चों को सड़क में कूड़ा भी नहीं मिला फिर भी उम्मीद में पानी में टहलते नजर आए।          
बुधवार को एक बार फिर जब भीषण पानी बरसा तो नगर के कई प्रमुख रास्तों में ऊपर तक पानी भर गया। नगर के मेन बाजार, नजाही बाजार, महाजनी गली में जलभराव हो गया जिससे लोगों का निकलना मुश्किल दिखाई दे रहा था। हालाकि नगर पालिका परिषद द्वारा समय-समय पर नाला तथा नालियों की सफाई होती है लेकिन जलभराव की समस्या समाप्त होने का नाम नहीं ले रही। 
आज मेन बाजार में बरसात के बाद पानी भरा हुआ था। उसी समय तीन छोटे-छोटे बच्चे दिखाई दिए। जिस उम्र में बच्चों को पढ़ना चाहिए उस उम्र में वह अपने और अपने परिवार का पेट पालने के लिए कूड़ा बीनते नजर आते हैं। सड़क में पानी भरा होने के कारण उन्हें कचरा नसीब तो नहीं हुआ। 
कबाड़ बिन रहे मुहम्मद कासिम ने बताया कि सड़कों में पानी भरा होने के कारण उन्हें आज कूड़ा नहीं मिल रहा। मेरे माता-पिता भी कबाड़ बिनते हैं और उसे ही बेंच कर घर का खर्चा चलता है। हालांकि दो बच्चों के बोरे में कुछ पॉलीथिन और अन्य पूरा भरा हुआ था। जो ऊंचाई वाले स्थान से बीन कर लाए थे। 
निश्चित रूप से नन्हे-मुन्ने बच्चों को देखकर देश और समाज की दोहरी आर्थिक और सामाजिक व्यवस्था स्पष्ट नजर आती है जो अभी भी विकसित से विकासशील देश बनाने में कई दशक लगने की ओर इंगित कर रहे हैं। 

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