नोएडा : सफाई कर्मचारियों ने शहर में बिखेरा कूड़ा, पुलिस ने किया लाठीचार्ज

नोएडा। नोएडा विकास प्राधिकरण के बाहर अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे सफाई कर्मचारी उग्र हो गए। उन्होंने नोएडा के उद्योग मार्ग पर कूड़ा कचरा फैला दिया। पुलिस ने सफाई कर्मचारियों को ऐसा नहीं करने की चेतावनी दी थी। चेतावनी के बावजूद सफाई कर्मचारी गंदगी फैलाते रहे। हालात काबू करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस ने प्राधिकरण के बाहर धरना दे रहे सफाई कर्मचारियों को भी तत्काल हटने की चेतावनी दी है। अगर धरना समाप्त नहीं किया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। 

अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ के अध्यक्ष बबलू पारचा, संजय धीमान और सुमित्रा चौहान भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं। बबलू परचा का कहना है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाएंगी, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। काम पर नहीं लौटने के कारण 11 सफाई कर्मियों को ठेकेदारों ने नौकरी से निकाल दिया है। 

नोएडा सेक्टर-20 थाने में सफाईकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया गया है। इसके बाद सफाईकर्मियों में गुस्सा बढ़ गया है। हम लोग भूख हड़ताल पर बैठे हैं। हम लोगों से मिलने और बातचीत करने के लिए कोई नहीं आया है। नोएडा विकास प्राधिकरण और जिला प्रशासन का कोई अफसर गुरुवार की शाम तक नहीं आया है। किसी को हमारी चिंता नहीं है। हम केवल अपना हक मांग रहे हैं। 

उल्लेखनीय है कि नोएडा विकास प्राधिकरण के खिलाफ सफाई कर्मियों का आंदोलन चल रहा है। तीन सफाई कर्मचारी आमरण अनशन पर प्राधिकरण कार्यालय के बाहर बैठे हुए हैं। एक सफाई कर्मचारी ने दो दिन पहले आत्महत्या कर ली थी। जिससे हड़ताली कर्मचारियों में गुस्सा बढ़ रहा है। इसी सिलसिले में गुस्साए सफाई कर्मचारियों ने शुक्रवार की दोपहर शहर भर से कूड़ा उठाकर विकास प्राधिकरण के बाहर और उद्योग मार्ग पर फैला दिया।

सफाई कर्मचारियों की मांग 

नोएडा विकास प्राधिकरण में हजारों की संख्या में सफाई कर्मचारी तैनात हैं। विकास प्राधिकरण प्लेसमेंट एजेंसियों और ठेकेदारों से इन सफाई कर्मचारियों को काम पर रखता है। अब कर्मचारी मांग कर रहे हैं कि उन्हें ठेकेदार से मुक्त कराया जाए। सभी को समान वेतन दिया जाए। सफाई कर्मचारियों को नोएडा विकास प्राधिकरण के कर्मचारी के रूप में नियुक्त किया जाए। उन्हें भी सारी सुविधाएं और लाभ मिलना चाहिए। 

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