केंद्र की तर्ज पर UP में भी भर्ती परीक्षाओं के लिए बने एक एजेंसी : CM

प्रादेशिक डेस्क

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केन्द्र सरकार की भांति राज्य में भी सभी भर्ती परीक्षाओं के संचालन के लिए एक एजेंसी का गठन करने के निर्देश दिए हैं। गुरुवार को यहां अनलॉक स्थिति की समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के विभागों और उपक्रमों में भर्ती परीक्षाएं नियमित एवं समयबद्ध ढंग से होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ तथा कानपुर नगर में कोरोना के नियंत्रण और उपचार की व्यवस्था सुदृढ़ की जाए। इस संबंध में शिथिलता बरतने वालों की जवाबदेही तय की जाए। उन्होंने कानपुर नगर और गोरखपुर में कोरोना टेस्ट की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने अगस्त 2019 के मुकाबले अगस्त, 2020 में प्रदेश सरकार के राजस्व में लगभग 600 करोड़ रुपये की वृद्धि पर संतोष व्यक्त किया। सीएम ने कहा कि सरकारी कार्यालयों को समयबद्ध ढंग से ई-आफिस प्रणाली से जोड़ा जाए। विभागीय मुख्यालय सहित अधीनस्थ कार्यालयों में पत्रावलियां 7 दिन से अधिक लंबित न रहें। किसी पटल पर तीन दिन से अधिक पत्रावली लम्बित रहने पर सभी संबंधित स्तरों पर जवाबदेही तय की जाए। सरकारी कार्यालयों में कर्मियों की समय से एवं नियमित उपस्थिति सुनिश्चित हो। वरिष्ठ अधिकारी कार्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण करें।

यूपी में वर्तमान भर्ती एजेंसियां :

उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग प्रयागराज
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग समूह ’ग’ व ’घ’ यानी जेई, क्लर्क से लेकर चपरासी तक का चयन करता है।
माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में एलटी ग्रेड व प्रवक्ता की भर्ती करता है।
बेसिक शिक्षा विभाग अलग से भर्ती आयोजित करता है। इसका परीक्षा नियामक प्राधिकारी प्रयागराज में बैठता है।
उच्चतर शिक्षा सेवा चयन आयोग सहायता प्राप्त डिग्री कालेजों में भर्ती करता है।
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती बोर्ड पुलिस में सिपाही से लेकर सब-इंस्पेक्टर तक की भर्ती करता है।
प्रावधिक शिक्षा निदेशालय कानपुर पालिटेक्निक में शिक्षकों की भर्ती करता है।
व्यावसायिक शिक्षा निदेशालय आईटीआई में शिक्षकों की भर्ती करता है।

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