काशी विश्वनाथ कॉरिडोर अद्भुत एवं अकल्पनीय होगा : योगी आदित्यनाथ


समीक्षा बैठक में बोले सीएम, बदलते बनारस की तस्वीर दिखने लगी,जिले में विकास के कीर्तिमान स्थापित हो रहे

वाराणस (हि.स.)। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि संस्कृति, धर्म, आध्यात्म व शिक्षा की नगरी काशी अब विकास के लिए भी प्रेरणादायी बन रही है। बदलते बनारस की तस्वीर भी दिख रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशा के अनुरूप जिले में विकास के कीर्तिमान स्थापित हो रहे हैं। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर भी अद्भुत एवं अकल्पनीय होगा।
दो दिवसीय दौरे पर शहर में आये मुख्यमंत्री ने सर्किट हाउस में विकास कार्यो और निर्माणाधीन परियोजनाओं की समीक्षा विस्तार से की। जनपद में 9259.71 करोड़ रुपये की 136 बड़ी प्रमुख परियोजनाएं निर्माणाधीन है। जिसमें से 401.93 करोड़ रुपये की 26 परियोजनाएं इसी माह के अंत तक पूर्ण हो जाएंगी। 7.74 करोड़ रुपये की 2 परियोजनाएं नवंबर एवं 915.39 करोड रुपये की 25 परियोजनाएं इसी वर्ष दिसंबर महीने तक पूर्ण हो जाएंगी। जबकि 3396.26 करोड़ रुपये की 39 परियोजनाएं अगले वर्ष मार्च, 1827.94 करोड़ रुपये की 39 परियोजनाएं दिसंबर 2021 तथा 2710.46 करोड़ रुपये की 5 परियोजनाएं दिसंबर 2021 के बाद पूर्ण हो जाएंगी।
समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि वाराणसी को स्मार्ट सिटी व प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना में देश में प्रथम स्थान पर होना गौरव की बात है, इसे बनाए रखें। कोरोना की विभीषिका के बाद वाराणसी में पुनः पर्यटन, सभी तरह के व्यापार-कारोबार, औद्योगिक गतिविधियां तेजी से बढ़ने लगी है। 
उन्होंने कहा कि कोरोना कॉल के विषम परिस्थिति में वाराणसी में व्यापक सेवा कार्य, चिकित्सा व्यवस्थाएं, सामाजिक सहायता कार्य हुए, जिसका अच्छा संदेश गया। इसके बावजूद कोरोना अभी खत्म नहीं है, वैक्सीन आने तक सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क जरूरी है। मुख्यमंत्री ने कोरोना से बचाव एवं चिकित्सकीय व्यवस्था की भी समीक्षा की। उन्हें बताया कि जनपद में कोरोना से मृत्यु दर 1.6 फीसदी हैं। अब तक 338877 लोगों की टेस्टिंग हो चुकी है। पॉजिटिव रेट 5.2 फीसदी हैं। कोरोना पॉजिटिव मरीजों के चिकित्सा के लिए 1462 बेड उपलब्ध है। राज्य सरकार, स्टेट फाइनेंस कमिशन व नेशनल हेल्थ मिशन द्वारा बीएचयू व जनपद स्वास्थ्य विभाग को 11.38 करोड़ रुपए कोरोना से बचाव व चिकित्सकीय की व्यवस्थाओं के लिए उपलब्ध कराया गया है। कमिश्नर दीपक अग्रवाल एवं जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने प्रजेंटेशन के माध्यम से विकास एवं निर्माणाधीन परियोजनाओं के साथ-साथ कोरोना चिकित्सा व्यवस्था के संबंध में अवगत कराया।
—वाराणसी में ये विकास योजनाएं हुई पूर्ण
समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री को बताया गया कि पूर्ण परियोजनाओं में बीएचयू में 45 करोड़ रुपये लागत का 100 बेडेड एमसीएच विंग, 60.63 करोड़ रुपये से 80 अध्यापकों के आवास, 29.63 करोड़ रुपये से रीजनल आर्थ्रोलॉजी विंग, 19 करोड़ रुपये के गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के विभिन्न स्थिति आदि कार्य, सेवापुरी ब्लाक में वृहद गौ संरक्षण केंद्र, केंद्रीय कारागार की बाउंड्री वाल, एयरपोर्ट पर यात्री निवास ब्रिज, 18.46 करोड़ रुपये से श्री लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल रामनगर का अपग्रेडेशन, सीड स्टोर निर्माण, आईपीडीएस फेस-2 के 118.20 करोड़ रुपये के विद्युत के कार्य, राजकीय बालिका पॉलिटेक्निक में बिल्डिंग निर्माण, 8.75 करोड़ रुपये से स्पोर्ट्स स्टेडियम में इंफ्रास्ट्रक्चर विकास कार्य, सारनाथ में लाइट एंड साउंड शो, पंडित दीनदयाल अस्पताल में 50 बेडेड महिला विंग निर्माण, शहर के 21 रोड जंक्शन के विकास कार्य, वाराणसी शहर मे 23 करोड़ रुपये से स्मार्ट लाइटिंग कार्य, साधन सहकारी समिति कपसेठी में 100 मेट्रिक टन गोदाम निर्माण, 108 सामुदायिक शौचालय, 105 आंगनवाड़ी केंद्र, ग्राम पंचायतों में बने 101 गौशाला हैं। अवशेष निर्माणाधीन कार्यों को समय सीमा व गुणवत्ता के साथ चरणबद्ध रूप में पूरा किया जा रहा है।
—वित्तिय वर्ष में पूरी होने वाली परियोजनाएं
804 करोड़ रुपये लागत की सुल्तानपुर-वाराणसी के फोरलेन चौड़ीकरण राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना का कार्य इसी वित्तीय वर्ष के अंत तक पूर्ण हो जाएगा। 785 करोड़ रुपये की फोरलेन चौड़ीकरण घाघरा ब्रिज-वाराणसी सेक्शन परियोजना भी इसी वित्तीय वर्ष के अंत तक पूर्ण होकर जन सेवा को समर्पित होगी। वाराणसी- गाजीपुर फोरलेन चौड़ीकरण सड़क जिसकी परियोजना लागत 868.50 करोड़ रुपये हैं, भी मार्च, 2021 तक पूर्ण हो जाएगी। वाराणसी के रिंग रोड फेज-2 की 1354.67 करोड़ रुपये की परियोजना पर तेजी से कार्य हो रहा है। अगले वित्तीय वर्ष के अंत तक यह पूर्ण हो जाएगा। इसी तरह पंचकोसी परिक्रमा मार्ग, भिखारीपुर तिराहे से एनएच-2 तक चौड़ीकरण, कैंट से पड़ाव मार्ग का चौड़ीकरण की तीनों परियोजनाएं 144 करोड़ रुपये की इसी वर्ष दिसंबर, 2020 तक पूर्ण हो जाएंगी। 
—स्मार्ट सिटी में हो रहे कार्य
मुख्यमंत्री को बैठक में अफसरों ने बताया कि 259.43 करोड़ रुपए की 15 परियोजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं। स्मार्ट सिटी में शहर में 519.40 करोड़ रुपए की 22 परियोजनाएं एवं 51.52 करोड़ रुपए की 4 परियोजनाएं कन्वर्जेस के कार्य की प्रगति पर है। 87.36 करोड़ रुपए की 2 परियोजनाओं के कार्यों हेतु टेंडर प्रक्रिया की जा रही है। इसके अतिरिक्त 60 करोड़ रुपये की 2 परियोजनाएं अन्य विभाग की भी टेंडर प्रक्रिया जारी है। डॉक्टर संपूर्णानंद स्पोर्ट्स स्टेडियम में 22 करोड़ रुपए से फर्नीचर एवं खेल उपकरण व्यवस्था परियोजना का भी टेंडर प्रक्रिया की जा रही है। गंगा के 84 घाटों पर एकरूपता से सूचना पट्ट लगाए जाने का निर्माण कार्य इसी वर्ष के अंत तक हो जाएगा। 
—समीक्षा बैठक में ये रहे उपस्थित
मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक में प्रदेश के पर्यटन, संस्कृति, धर्मार्थ कार्य एवं प्रोटोकॉल राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉक्टर नीलकंठ तिवारी, स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल, एमएलसी लक्ष्मण आचार्य, एमएलसी अशोक धवन, विधायक डॉ अवधेश सिंह, विधायक सुरेंद्र नारायण सिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

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