उप्र: सबकुछ ठीक रहा तो दीपावली तक गले मिलेंगे चाचा-भतीजा

उपेन्द्र राय लखनऊ (हि.स.)। यदि सबकुछ ठीक रहा तो दीपावली तक समाजवादी पार्टी में प्रसपा का विलय हो जाएगा। अखिलेश यादव व उनके चाचा शिवपाल यादव के बीच तीन दौर की वार्ता हो चुकी है। दोनों पार्टियों के विलय को अमलीजामा पहनाने के लिए अंतिम मसौदा तैयार हो चुका है। अब शुभ दिन का इंतजार किया जा रहा है। इसको लेकर पार्टी के पदाधिकारियों में उत्साह भी है लेकिन कोई इस मुद्दे पर बोलने को तैयार नहीं है।
समाजवादी पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार इसकी मध्यस्थता खुद मुलायम सिंह यादव कर रहे हैं। उनके यहां ही शिवपाल यादव व अखिलेश यादव तीन बार मिल चुके हैं। शिवपाल यादव का यह कहना है कि उनके लोगों को समायोजित कर लिया जाय। वे इस संबंध में कई बार कह भी चुके हैं कि पार्टी को बचाने के लिए वे कोई भी कुर्बानी देने के लिए तैयार हैं। उनका संकेत साफ है कि वे विलय के लिए खुद के अहम को छोड़ सकते हैं।
उधर सपा के पदाधिकारियों का कहना है कि अभी तक सब बात फाइनल हो गयी है। इसके बावजूद अखिलेश यादव की कई बार चुप्पी के कारण कभी-कभी संदेह पैदा कर देता है। अभी तक तो वे भी इसके लिए तैयार हैं। यदि भविष्य में उनका इरादा नहीं बदलता है तो दीपावली के आस-पास दोनों पार्टियों का विलय संभव है। इस संबंध में अखिलेश यादव भी प्रसपा के सभी कार्यकर्ताओं को समायोजित करने के लिए राजी हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यदि शिवपाल यादव अपनी पार्टी का विलय सपा में कर देते हैं तो आने वाले विधानसभा चुनाव में सपा निश्चय ही मजबूत स्थिति में होगी। हालांकि एक रोड़ा राम गोपाल यादव हैं, जो शिवपाल यादव को साथ लेना नहीं चाहेंगे। चाचा-भतीजा को दूर करने में उन्होंने ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। सूत्रों की मानें तो दोनों के बीच फिलहाल मसौदा तैयार है। अब पदाधिकारी सिर्फ जल्द विलय का इंतजार कर रहे हैं।

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