उप्र: चौबीस घंटे में कोरोना के 6,337 नए मरीज मिले, रिकवरी दर बढ़कर हुई 78.29 प्रतिशत

लखनऊ। प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या अब बढ़कर 67,002 हो गई है। राज्य में पिछले चौबीस घंटे में जहां संक्रमण के 6,337 नए मामले सामने आए। इसी दौरान 6,476 मरीज स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किए गए। इस तरह अब तक कुल 2,58,573 लोग इलाज के बाद पूरी तरह ठीक होने के बाद घर भेजे जा चुके हैं। इस समय मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 78.29 प्रतिशत हो गई है जबकि पिछले सप्ताह यह 76.35 प्रतिशत थी। राज्य में संक्रमण के बाद कुल मौतों की संख्या 4,690 पहुंच गई है। बीते चौबीस घंटे में 84 लोगों की मौत हुई है। 
अब तक 79.38 लाख कोरोना नमूनों की हुई जांचअपर मुख्य सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बुधवार को बताया कि राज्य की विभिन्न प्रयोगशालाओं में मंगलवार को कुल 1,54,202 कोरोना नमूनों की जांच की गई। वहीं अब तक कुल 79,38,533 कोरोना नमूनों की जांच की जा चुकी है।
2,705  पूल के जरिए 14,560 नमूनों की हुई जांचउन्होंने बताया कि मंगलवार को 2,705 पूल के जरिए 14,560 नमूनों की जांच की गई। इनमें 2,498 पूल के जरिए प्रति पूल पांच-पांच नमूनों की जांच की गई, जिसमें 300 पूल की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। 207 पूल के जरिए प्रति पूल दस-दस नमूनों की जांच की गई, जिसमें 21 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
कुल मरीजों का 52.85 प्रतिशत होम आइसोलेशन में उन्होंने बताया कि प्रदेश में वर्तमान में कुल सक्रिय मरीजों में से 35,415 लोग होम आइसोलेशन यानि घर पर रहकर इलाज की सुविधा का लाभ ले रहे हैं। यह कुल मरीजों का 52.85 प्रतिशत है। वहीं 3,918 लोगों का निजी अस्पतालों और 232 मरीजों का होटल में एल-1 प्लस की सेमिपेड फैसिलिटी सुविधा के तहत इलाज किया जा रहा है। इनके अलावा शेष राज्य सरकार की एल-1, एल-2 व एल-3 की व्यवस्था के तहत सरकारी अस्पतालों में भर्ती हैं।अभी तक कुल 1.61 लाख से अधिक लोग होम आइसोलेशन की सुविधा का लाभ ले चुके हैं, जिनमें से 1.25 लाख से अधिक लोगों के इलाज का समय पूरा होने पर उन्हें डिस्चार्ज घोषित कर दिया गया है।
21-40 आयु वर्ग के लोगों में सबसे अधिक संक्रमण
अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने बताया कि संक्रमण के कुल मामलों में 0-20 आयु वर्ग के 13.91 प्रतिशत, 21-40 आयु वर्ग के 48.42 प्रतिशत और 41-60 आयु वर्ग के 28.77 प्रतिशत और 60 से अधिक आयु के 8.90 प्रतिशत लोग संक्रमित हुए हैं। उन्होंने बताया कि 60 से अधिक आयु वाले लोगों में पहले संक्रमण का प्रतिशत कम था। लेकिन अब बुजुर्गों में इसकी दर बढ़ी है। इसलिए इनका ध्यान रखने की जरूरत है। 

error: Content is protected !!