अयोध्या:राजनीति विद्वेष से प्रेरित होकर भ्रामक, समाज को गुमराह करने के लगाए जा रहे आरोप : चंपत राय

अयोध्या (हि.स.)। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने कहा कि श्रीराम जन्म भूमि मंदिर का परकोटा और रिटेनिंग दीवार वास्तु के अनुसार सुधारने के लिए, मंदिर परिसर के पूर्व और पश्चिम दिशा में यात्रियों के आवागमन मार्ग को सुलभ बनाने के लिए खुला मैदान रखने के लिए, साथ ही मंदिर परिसर सुरक्षा के लिए पास पड़ोस के कुछ छोटे बड़े मंदिर, गृहस्थों के मकान खरीदना आवश्यक है। जिनसे खरीदा जाएगा उनके पुनर्वास के लिए उन्हें अन्यत्र कहीं भूमि भी दी जाएगी, इस कार्य के लिए भूमि की खरीदारी की जा रही है। 
चंपत राय ने जारी वक्तव्य में बताया है कि क्रय विक्रय का यह कार्य आपस के संवाद और परस्पर पूर्ण सहमति के आधार पर किया जा रहा है। सहमति के पश्चात सहमति पत्र पर हस्ताक्षर होते हैं। सभी प्रकार की कोर्ट फीस व स्टैंप पेपर की खरीदारी ऑनलाइन की जा रही है, सहमत पत्र के आधार पर भूमि की खरीदारी हो रही है, उसी के अनुसार सम्पूर्ण मूल विक्रेता के खाते में स्थानांतरित किया जाता है। 
उन्होंने बताया कि 9 नवम्बर 2019 को श्रीराम जन्म भूमि पर सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय आने के पश्चात अयोध्या में भूमि खरीदने के लिए देश के असंख्य लोग आने लगे, उत्तर प्रदेश सरकार अयोध्या के सर्वांगीण विकास के लिए बड़ी मात्रा में भूमि खरीद रही है। इस कारण अयोध्या में एकाएक जमीनों के दाम बढ़ गए। जिस भूखंड पर अखबारी चर्चा चलाई जा रही है, यह भूखंड रेलवे स्टेशन के पास बहुत प्रमुख स्थान है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने अभी तक जितनी भूमि क्रय की है वह खुले बाजार की कीमत से बहुत कम मूल्य पर खरीदी है। उक्त भूमि को खरीदने के लिए वर्तमान विक्रेता गणों ने वर्षों पूर्व जिस मूल पर रजिस्टर्ड अनुबंध किया था, उस भूमि को उन्होंने 18 मार्च 2021 को बैनामा कराया तत्पश्चात ट्रस्ट के साथ अनुबंध किया।
उन्होंने कहा कि जो कतिपय राजनीतिक लोग इस सम्बंध में प्रचार कर रहे हैं, वह भ्रामक है। समाज को गुमराह करने के लिए है सम्बंधित व्यक्ति राजनीतिक है, अतः राजनीति विद्वेष से प्रेरित है। 
उल्लेखनीय हैं कि सपा नेता व पूर्व राज्य मंत्री तेज नारायण पाण्डेय पवन ने रविवार को ट्रस्ट पर दो करोड़ की जमीन 18 करोड़ में खरीदने का आरोप लगाया है। सपा नेता पवन पांडेय ने ट्रस्ट पर आरोप लगाते हुए कहा कि दो करोड़ की जमीन 18 करोड़ रुपये में खरीदा है।यह भगवान राम का अपमान है। 

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