कानपुर (हि.स.)। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि उत्तर प्रदेश में इस सीजन में पहाड़ों जैसी ठंड पड़ने की संभावना है। इतना ही नहीं पारा माइनस डिग्री में जा सकता है। नवंबर माह के प्रथम सप्ताह से कोहरा और तेज ठंड की शुरुआत हो जाएगी। ऐसी उम्मीद है कि ठंड 15 तक जारी रहेगी। यह जानकारी रविवार को चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ.एस.एन.सुनील पांडेय ने दी।
उन्होंने बताया कि उप्र के 19 जिलों में पारा माइनस डिग्री में जाने की संभावना है। दशहरे के बाद दिन के तापमान में भी हल्की गिरावट देखने को मिलेगी। हालांकि वर्तमान में सुबह से लेकर शाम तक तेज धूप के कारण लोगों को उमस जैसी स्थिति महसूस होती है।जिससे ऐसी स्थिति में लोगों को राहत मिलेगी।
उत्तर प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ का असर दिख रहा है। इस कारण आसमान में बादलों की आवाजाही दिख रही है। रविवार और सोमवार को प्रभाव अधिक दिखने की संभावना है। इसके बाद बादल छंटने लगेंगे। हालांकि, बादलों से बारिश की कोई संभावना नहीं जताई गई है।
मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले तीन दिनों तक प्रदेश में मौसम शुष्क बना रहेगा। 23 अक्टूबर तक आसमान में बादलों के असर के कारण न्यूनतम तापमान में वृद्धि होगी। हालांकि, सोमवार के बाद बादलों का छंटने से लोगों को दिन में भी हल्की ठंड का अहसास होगा। वातावरण में नमी बढ़ने से लोगों को ठंड का अहसास होने लगेगा।
प्रदेश में रविवार को आसमान साफ रहेगा और मौसम शुष्क बना रहेगा। रात को ओस की बूंदों से हल्की ठंड का अहसास हो रहा है। आज लखनऊ, गोरखपुर, जौनपुर और पूर्वांचल के अधिकांश जिलों में आसमान साफ रहेगा। सुबह से ही आसमान में सूर्य तेज धूप के साथ चमकता दिखेगा। वहीं, नोएडा, गाजियाबाद और पश्चिमी यूपी के इलाकों का मौसम एक जैसा रहने का अनुमान है। दिन का अधिकतम तापमान 31 से 32 डिग्री सेल्सियस तो न्यूनतम तापमान 17- 18 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान जताया गया है।
मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर पूर्वी और उत्तर पूर्वी हवाएँ स्थापित हो रही हैं। इसलिए, हम उम्मीद करते हैं कि पूर्वोत्तर मानसून अगले 24 से 48 घंटों में किसी भी समय दस्तक देगा।
दक्षिण पश्चिम अरब सागर के ऊपर बना गहरा दबाव चक्रवाती तूफान तेज में तब्दील हो गया है। इसके पश्चिम उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ने की आशंका है और 22 अक्टूबर की शाम तक यह भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है। इसके बाद, यह 24 अक्टूबर की सुबह से उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा और यमन और सलालाह (ओमान) और अल ग़ैदा (यमन) के बीच ओमान-यमन तट को पार कर सकता है।
दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र 22 अक्टूबर के आसपास पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक डिप्रेशन में तब्दील होने की संभावना है। इसके बाद आगामी 3 दिनों के दौरान इसके उत्तर-पश्चिम की ओर बांग्लादेश और निकटवर्ती पश्चिम बंगाल तट की ओर बढ़ने की संभावना है। कोमोरिन क्षेत्र पर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
राम बहादुर/बृजनंदन
