UP News : सीएम योगी ने गोरखपुर को दी 122 करोड़ की सौगात

बोले, विकास से रोशन होगी गोरखपुर की हर गली

प्रादेशिक डेस्क

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को गोरखपुर को 122 करोड़ रुपये की 177 विकास योजनाओं की सौगात दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कला, संस्कृति, आध्यात्म के महत्वपूर्ण केंद्र गोरखपुर में विकास की हर आस पूरी होगी। ’उत्तर प्रदेश सरकार जिस ’नए गोरखपुर’ को आकार दे रही है, उसमें हर गली विकास की रोशनी से रोशन होगी। एम्स जैसे अत्याधुनिक सुविधायुक्त चिकित्सा संस्थान के बाद अब इस साल चिड़ियाघर की सौगात मिलेगी जबकि अगले साल की शुरुआत में खाद कारखाने की बहुप्रतीक्षित आस पूरी होगी।
मुख्यमंत्री गुरुवार को लखनऊ स्थित आवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गोरखपुर में 122 करोड़ की 177 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास कर रहे थे। शिलान्यास की गईं परियोजनाएं जनपद के सदर, ग्रामीण और सहजनवा विधानसभा क्षेत्र में अच्छी सड़कों, व्यवस्थित नालियों के निर्माण से जुड़ीं थीं। जनप्रतिनिधियों और क्षेत्रीय जनता की वर्चुअल मौजूदगी में मुख्यमंत्री ने कहा कि याद कीजिये आज से 20-25 साल पहले गोरखपुर के बारे में लोगों की धारणा क्या थी? अराजकता और बदहाली यहां की पहचान बन गई थी लेकिन आज जनसहयोग से जन आकांक्षाओं के अनुरूप ’नए गोरखपुर’ का निर्माण हो रहा है। खाद कारखाने का पुनर्संचालन यहां के लोगों की बहुप्रतीक्षित आकांक्षा थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शिलान्यास कर जनाकांक्षाओं को बल दिया था, अब अगले वर्ष इसका शुभारंभ होगा। बायोफ्यूल प्लांट, वॉटर स्पोर्ट पार्क, आयुष विश्वविद्यालय, वेलनेस सेंटर, वेटनरी कॉलेज, पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज, महिला पीएसी की एक वाहिनी की स्थापना ’नए गोरखपुर’ को समृद्ध करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर के आंतरिक क्षेत्र में बदहाल सड़कें और दुर्व्यवस्थित नालियां लोगों के मन की टीस थीं। इसे मिटाने के लिए ही इन सड़क और नाली निर्माण की परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया है। उन्होंने मण्डलायुक्त गोरखपुर को निर्देश दिया कि हर एक परियोजना के लिए नोडल अधिकारी की नियुक्ति की जाए और सभी कार्यमानक के अनुसार समय से पूरे होने चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर भौगोलिक रूप से बौद्ध सर्किट के केंद्र में है। कुशीनगर, कपिलवस्तु और लुम्बिनी जाने वाले बौद्ध पर्यटक गोरखपुर होकर ही जाते हैं। वह गोरखपुर में रुकें, इसके लिए रामगढ़ ताल को विश्व स्तरीय आकर्षण के केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। विकास का कोई विकल्प नहीं है। विकास से न केवल रोजी-रोजगार की संभावनाएं बढ़ती हैं, बल्कि शहर व प्रदेश के बारे में लोगों का नजरिया भी बदलता है।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि शहर में झूलते-लटकते बिजली के तार शहर की सुंदरता तो खराब करते ही हैं, आम नागरिकों को बड़ी असुविधा होती है। इन्हें भूमिगत करने की प्रक्रिया तेज की जाए। इसमें किसी तरह की कोताही स्वीकार नहीं की जाएगी। 10 से 16 अक्तूबर तक स्वच्छता एवं सैनिटाइजेशन का एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है। गोरखपुर के लोगों से मेरी खास अपील है कि इस अभियान को सफल बनाएं। अभियान के तहत कूड़े निस्तारण की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। एन्टी लार्वा और चूने इत्यादि का छिड़काव हो। इससे डेंगू व अन्य बीमारियों को नियंत्रित करने में सफलता मिलेगी।
महापौर सीताराम जायसवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री नए गोरखपुर के शिल्पकार हैं। उनके नेतृत्व में आज घर के द्वार तक विकास पहुंचा है। गोरखपुर से मुख्यमंत्री के आत्मिक संबंधों का उल्लेख करते हुए महापौर ने कहा कि साढ़े तीन वर्ष में गोरखपुर को जो कुछ मिला है, वह पिछले 70 वर्ष में कल्पनातीत था। सांसद गोरखपुर रवि किशन शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री स्वयं गोरखपुर के विकास के लिए हर सम्भव प्रयास कर रहे हैं। उनका नेतृत्व हम सभी का सौभाग्य है। विधायक ग्रामीण विपिन सिंह ने गोरखपुर में एम्स, खाद कारखना, रामगढ़ ताल परियोजना, चिड़ियाघर जैसी नई पहचान बनाने वाली विकासपरक परियोजनाओं का हवाला देते हुए क्षेत्रीय जनता की ओर से मुख्यमंत्री का आभार जताया। सहजनवां क्षेत्र से विधायक शीतल पांडेय ने कहा कि राजनैतिक उपेक्षा के कारण विकास की दौड़ में मीलों पीछे छूट गया गोरखपुर अब बड़े महानगरों से होड़ ले रहा है। यह क्षेत्र आज राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय पटल पर गरिमा प्राप्त कर रहा है। शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने गोरखपुर में हो रहे विभिन्न विकास कार्यों से बदलती तस्वीर की झलक पेश करती एक लघु फ़िल्म भी देखी। कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश विकास के नए आयाम रच रहा है। विकास के यूपी मॉडल की महत्ता पूरा देश महसूस कर रहा है।

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