UP News: पप्पू हत्याकांड पर संशय बरकरार, दारोगा गिरफ्तार
एक सिपाही भी हुआ लाइन हाजिर, अधिकारियों ने दारोगा की पिस्टल से चली गोली को कबूला
कानपुर (हि.स.)। घाटमपुर थाना क्षेत्र के भदरस गांव में पप्पू बाजपेयी की हुई हत्या पर अभी भी संशय बरकरार है। एक तरफ जहां पीड़ित पिता ने गांव के ही चार लोगों पर हत्या किये जाने का आरोप लगा थाने में एफआईआर दर्ज करायी है तो वहीं सपा और कांग्रेस पुलिस पर हत्या किये जाने का आरोप लगा रही है। इस आरोप पर देर शाम पुलिस ने हल्का चौकी इंचार्ज को गिरफ्तार करते हुए उसके रिवाल्वर को जांच के लिए भेज दिया। आलाधिकारियों द्वारा यह भी स्पष्ट किया गया कि चौकी इंचार्ज की रिवाल्वर से घटनास्थल पर गोली चली थी।
भदरस गांव का रहने वाला पप्पू बाजपेयी (45) अविवाहित था और गांव के ही दुर्गा सिंह के साथ शुक्रवार की रात गांव के बाहर बंबा के पास जुआ खेलने गया था। शनिवार की सुबह ग्रामीणों ने जुआ की फड़ में पप्पू का शव देखा तो गांव में हड़कंप मच गया। पप्पू की गोली मारकर हत्या की गयी थी और उसके सीने व गर्दन में गोली लगी थी। इसके साथ ही पास में ही ताश के पत्ते बिखरे पड़े हुए थे। ग्रामीणों ने घटना की सूचना पुलिस को दी और मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, लेकिन हत्या को लेकर तमाम तरह के कयास लगाये जाते रहे। ग्रामीणों ने पहले यह आशंका जाहिर की कि जुआ के दौरान जुआड़ियों में संघर्ष हुआ होगा और उसी दौरान किसी ने गोली मारकर पप्पू की हत्या कर दी होगी। पुलिस भी इसी दिशा में जांच करने में जुट गयी और दुर्गा सिंह को हिरासत में ले लिया। थाना प्रभारी राजीव सिंह ने भी पहले ऐसा ही बयान दिया, उन्होंने कहा कि पप्पू अपराधिक प्रवत्ति का व्यक्ति था और जुआ के दौरान हुए झगड़े में किसी ने उसकी हत्या की होगी। इसके बाद दिनभर मामले में मोड़ आता रहा। सबसे पहले सपा के पूर्व विधायक मुनीन्द्र शुक्ला ने आरोप लगाया कि पुलिस की गोली से पूर्व बीडीसी सदस्य पप्पू बाजपेयी की मौत हुई है। पुलिस पर आरोप लगने के बीच ही पप्पू के पिता पूरन बाजपेयी ने गांव के ही दुर्गा सिंह, सोनू सिंह, वीरेन्द्र और बड़का के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज करा दी। हालांकि सूत्र बताते हैं कि पुलिस के दबाव में आकर पप्पू के पिता ने एफआईआर दर्ज करायी है।
इसके बाद प्रदेश कांग्रेस के सचिव विकास अवस्थी, यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कनिष्क पाण्डेय और जिलाध्यक्ष ऊषा रानी सहित दर्जनों कांग्रेसियों ने थाने का घेराव कर पुलिस पर हत्या किये जाने का आरोप लगा दिये। कांग्रेसियों का दावा था कि घटना स्थल पर 38 एमएम का खोखा मिला है और इस कारतूस को पुलिस ही प्रयोग करती है। इसके साथ ही हल्का चौकी इंचार्ज पर हत्या किये जाने का आरोप लगाया।
मामला बढ़ता देख देर शाम पुलिस अधीक्षक ग्रामीण बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने मीडिया में बयान देकर बताया कि पता चला है कि बीती रात को हल्का चौकी इंचार्ज प्रेम वीर सिंह यादव और सिपाही दीपांशु गांव में जुआ को लेकर दबिश देने गये थे। घटनास्थल पर दारोगा ने फायरिंग भी की थी और उसको गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके साथ ही उसकी रिवाल्वर को भी जांच के लिए भेज दिया गया है। वहीं आलाधिकारियों को जानकारी न दिये जाने पर सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि नामजद दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और जल्द ही दो बचे हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हालांकि पुलिस अधिकारी अभी यह स्पष्ट नहीं कर रहे कि किसकी गोली से पप्पू की हत्या हुई है।