UP news : कोरोना की चुनौतियों सहित कई बिंदु 112-यूपी के नए प्रशिक्षण में शामिल
72 जिलों में 3,174 पुलिस कर्मियों को अब तक दिया गया प्रशिक्षण
लखनऊ (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिसिंग को और अधिक चुस्त-दुरुस्त तथा नई चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए बेहतर प्रशिक्षण की आवश्यकता पर विशेष जोर दिया है।
इसी कड़ी में 112-यूपी द्वारा नई शुरुआत करते हुए फील्ड में तैनात पुलिस कर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिये जाने की शुरुआत की है। भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए प्रदेश के 72 जिलों में 3,174 पुलिस कर्मियों को अब तक प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि कोरोना की दुश्वारियों के साथ पुलिस के सामने भी कई चुनौतियां नये रूप में सामने आई हैं। बेहतर पुलिसिंग की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए पुलिस कर्मियों को तलाशी तथा गश्त के आधुनिक तरीके बताये जा रहे हैं। इसके अलावा वर्तमान परिवेश को देखते हुये यदि किसी आरोपित को गिरफ्तार करना पड़ता है, तो उसके लिए क्या-क्या सावधानियां बरतनी होंगी, यह सब जानकारियां नए प्रशिक्षण का हिस्सा बनायी गयी है।
अपर पुलिस महानिदेशक, 112-यूपी असीम अरुण ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान फील्ड में तैनात 112-यूपी के पीआरवी कर्मियों को मिशन शक्ति, कोविड, तलाशी तथा गश्त और गिरफ्तारी की तकनीकी व जरूरी बल प्रयोग जैसे नई बिन्दुओं की जानकारी दी जा रही है।
असीम अरुण ने बताया कि शासन द्वारा जारी कोविड सम्बन्धी गाइड लाइन का प्रशिक्षण के दौरान पूरा ध्यान रखा जाता है। प्रशिक्षण में शामिल होने वाले प्रत्येक पुलिस कर्मी का कोविड टेस्ट अनिवार्य रूप से कराया जाता है। इस दौरान शारीरिक दूरी का पालन सही तरीके से हो सके इसके लिए 30-30 कर्मियों का बैच बनाया गया है। प्रशिक्षण के दौरान कर्मियों को संक्रमण से बचाव के लिए मास्क आदि का वितरण भी किया जा रहा है।
अपर पुलिस महानिदेशक, 112-यूपी ने बताया कि कोरोना संक्रमण से पुलिस कर्मी लोगों का और खुद का बचाव कैसे करें इसके बारे में प्रशिक्षण के दौरान उन्हें बेहतर ढ़ंग से सिखाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में महिलाओं को सुरक्षित माहौल देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शुरू हुए मिशन शक्ति के बारे में भी पुलिस कर्मियों को जानकारी दी जा रही है।
बेहतर पुलिसिंग के तहत पुलिसकर्मिंयों को प्रशिक्षण के दौरान तलाशी तथा गश्त के आधुनिक तरीके बताए जा रहे हैं। वर्तमान परिवेश को देखते हुए पीआरवी कर्मियों को यदि आरोपी को गिरफ्तार करना पड़ता है तो क्या क्या सावधानियां बरतनी होगी इसे भी प्रशिक्षण का हिस्सा बनाया गया है।