जानकी शरण द्विवेदी
गोण्डा। मुख्य विकास अधिकारी शशांक त्रिपाठी ने बुधवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय एवं वित्त एवं लेखाधिकारी (बेसिक शिक्षा) कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय बीएसए अनुपस्थित मिले। बताया गया कि वे अस्वस्थ चल रहे हैं। इसके साथ ही दिनेश कुमार वर्मा आशुलिपिक, अनूप कुमार सिंह, राजेन्द्र प्रसाद द्विवेदी, सुधीर कुमार सिंह, जन्मेजय सिंह (सभी लिपिक) रामदेव तिवारी, इद्रीश अली व राज कुमार सोनी (सभी अनुचर) अनुपस्थित मिले। बीएसए को निर्देशित किया गया है कि अनुपस्थित कर्मचारियों का स्पष्टीकरण प्राप्त कर अपनी संस्तुति सहित एक सप्ताह में प्रस्तुत करें। कार्यालय के कक्षों में सफाई व्यवस्था संतोषजनक नहीं थी। अभिलेख अव्यवस्थित ढंग से रखे हुये थे। अलमारी एवं कमरों में जाले लगे हुये पाये गये। अधिकांश कर्मचारियों के अनुपस्थित रहने के कारण उनके अलमारी में अभिलेखों के रख-रखाव का अवलोकन नहीं किया जा सका। वरिष्ठ लिपिक स्व. प्रदीप कुमार श्रीवास्तव की मृत्यु के उपरांत उनके पटल का चार्ज अभी तक किसी कर्मचारी को आवंटित नहीं किया गया है। इनके पटल से संबधित समस्त पत्रावलियां अस्त-व्यस्त हालत में मिलीं। निर्देश दिया गया कि अलमारी में अभिलेख सुव्यवस्थित ढंग से रखा जाय और रैक पर स्लिप चस्पा की जाय कि उस रैक पर कौन से अभिलेख रखे हुये हैं। कार्यालय परिसर में भी काफी गन्दगी पायी गई।
इसके बाद उन्होंने वित्त एवं लेखाधिकारी (बेसिक शिक्षा) कार्यालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय वित्त एवं लेखाधिकारी अनुपस्थित मिले। कार्यालय में सहायक लेखाधिकारी व दो अन्य कर्मचारी उपस्थित थे। वित्त एवं लेखाधिकारी गोण्डा को निर्देशित किया गया कि अनुपस्थिति के संबंध में अपना स्पष्टीकरण 03 दिवस के अन्दर प्रस्तुत करें। कार्यालय कक्ष में सफाई व्यवस्था ठीक नहीं मिली। अभिलेख अव्यवस्थित ढंग से रखे गए मिले, जिस पर काफी धूल जमी हुई पायी गई। अलमारी खुलवाकर देखा गया जिसके पुराने अभिलेखों में अस्त-व्यस्त तरीके से रखी गई मिली। इसी प्रकार से कई अन्य निर्देश जारी करते हुए वित्त एवं लेखाधिकारी से अनुपालन आख्या 01 सप्ताह में उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया।

