Bihar: मतदान के दौरान पटना में कहीं नहीं दिखा कोरोना का खौफ
बिना मास्क के ही लोग करते रहे मतदान
मोकामा, बिक्रम व मसौढ़ी में ड्रोन से की गई मतदान केन्द्रों की निगरानी
पटना (हि.स.) । बिहार विधानसभा चुनाव में बुधवार को हुए पहले चरण के मतदान में राजधानी पटना की पांच विधानसभा सीटों पर मतदाताओं का उत्साह चरम पर दिखा। चीन से आयी जानलेवा बीमारी कोरोना का खौफ कहीं भी नजर नहीं आया। हालांकि चुनाव आयोग ने मतदान केन्द्रों पर बिना मास्क के प्रवेश नही देने का फरमान जारी किया था, लेकिन आयोग के इस फरमान की हर जगह धज्जियां उड़ती रहीं। पटना में दोपहर तीन बजे तक 45.77 प्रतिशत मतदान की सूचना है। बता दे कि बुधवार को पटना के कुल 14 में से पांच विधानसभा सीटों पर मतदान हुए हैं जबकि बाकी की नौ सीटों पर 3 नवम्बर को मतदान होगा।
पटना की जिन पांच विधानसभा सीटों पर बुधवार को मतदान हुए हैं, उनमें मोकामा, बाढ़, मसौढ़ी, पालीगंज और बिक्रम शामिल हैं। सुबह सात बजे मतदान शुरू होते ही मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं की भारी भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। इन सभी पांचो विधानसभा क्षेत्रों में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गए थे। पालीगंज, मसौढ़ी, मोकामा और बिक्रम में सुरक्षा के ऐसे इंतजाम किये गए थे कि चप्पे-चप्पे पर अर्द्धसैनिक बलों के जवानों की तैनाती की गई थी। कई स्थानों पर तो गड़बड़ी करने वाले तत्वों पर नजर रखने के लिए ड्रोन से निगरानी की जा रही थी। कुछ स्थानों से ईवीएम ख़राब होने के कारण कुछ देर तक मतदान भी प्रभावित रहा। लेकिन करीब घंटे भर के अंदर ईवीएम को दुरुस्त कर मतदान फिर से शुरू करा दिया गया।
पिछले आठ महीने से कोरोनाकाल में जी रहे लोगों में मतदान के दौरान कोरोना का खौफ कहीं नजर नहीं आ रहा था। लोग बिना मास्क लगाए ही बूथों पर लगी लम्बी क़तार में खड़े थे। इन लोगों को सुरक्षा बलों ने भी मतदान से नहीं रोका। हालांकि सभी मतदान केन्द्रों पर सैनेटाईजर और थर्मल स्कैनिंग की भी व्यवस्था थी। लेकिन मतदाता बिना थर्मल स्कैनिंग के ही मतदान केन्द्रों में प्रवेश करते रहे। बता दें कि पटना के मोकामा विधानसभा सीट पर मुख्य मुकाबला राजद के बाहुबली विधायक अनंत सिंह का जदयू के राजीव लोचन से है। इसी तरह पालीगंज में भाजपा से बगावत कर लोजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रही उषा विद्यार्थी और बाढ़ से भाजपा के ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू की प्रतिष्ठा फंसी है।