Balrampur News : फूड प्वाइजनिंग से दो भाइयों की मौत

संवाददाता

बलरामपुर। जिले के जरवा कोतवाली क्षेत्र के हथियागढ़ गांव में बासी भोजन खाकर सोए दो सगे भाइयों की हालत बिगड़ गई। छोटे की घर पर ही मौत हो गई जबकि बड़े भाई ने इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया। घर वालों ने शवों का पोस्टमार्टम नहीं कराया। पुलिस का मानना है कि बच्चों की मौत फूड प्वाइजनिंग से हुई है।
हथियागढ़ निवासी मुन्ना ने बताया कि रविवार रात करीब दस बजे उनकी पत्नी मन्नी (30) और पुत्रगण अनिल (9), आशीष (6), मुकेश (4) व बिट्टू (2) भोजन करके सोए थे। मुन्ना को छोड़कर सभी ने सुबह का बना दाल, चावल गर्म कर खाया था। सुबह करीब पांच बजे मुकेश की हालत बिगड़ गई। उबकाई आने के साथ उसके पेट में तेज दर्द हुआ था। मुकेश को अस्पताल ले जाने की तैयारी चल ही रही थी कि उसकी मौत हो गई। परिवारीजन विलखने लगे तभी आशीष की भी हालत बिगड़ गई। उसे भी उबकाई आने के साथ ही पेट में दर्द होने लगा। आशीष ने जिला अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया। साथ गए लोग उसका शव लेकर घर लौट आए। दो भाइयों की मौत की खबर सुनकर ग्रामीणों के होश उड़ गए। मुन्ना के दरवाजे पर काफी भीड़ हो गई। दोनों भाइयों की अंत्येष्टि की तैयारी चल ही रही थी कि तीसरे भाई अनिल ने भी पेट दर्द की शिकायत दर्ज कराई। अनिल को आनन-फानन में बालापुर स्थित एक प्राइवेट क्लीनिक पर ले जाया गया, जहां इलाज के बाद उसकी हालत सुधर गई। जरवा के प्रभारी निरीक्षक मानवेन्द्र पाठक ने बताया कि मौके का जायजा लिया गया है। पता चला है कि अनिल, आशीष व मुकेश रविवार को मछली का आखेट करने गए थे। वे दिन भर खाली पेट रहे। देर रात सभी ने बासी खाना खाया। दोनों की तबियत सोमवार भोर में खराब हुई, जिसके बाद उनकी मौत हुई है। घर वालों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया, जिसके चलते उन्हें अंत्योष्टि करने की अनुमति दे दी गई।

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