स्वास्थय : कुपोषण मुक्त करने और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में कारगर है बाजरा का सेवन

लखनऊ (हि.स.)। पोषक तत्वों से भरपूर गर्म तासीर के गुण लिए बाजरा को ठंड के मौसम में खाना बेहद फायदेमंद है। मैग्नीशियम, कैल्शियम, मैगनीज, फास्फोरस, कई तरह के विटामिन के साथ ही भरपूर लौह तत्व होने के कारण कुपोषण मुक्त करने के साथ ही रोग प्रतिरोधक शक्ति (इम्यूनिटी) को भी बढ़ाने में कारगर है। इसके साथ ही बाजरा पर्यावरण मित्र भी माना जाता है। 

यह जलवायु परिवर्तन के असर को कम करता है। इसके विपरीत धान की फसल जलवालु परिवर्तन में सहायक साबित होती है क्योंकि उससे मीथेन गैस निकलती है (धान की खड़ी फसल में पानी में डूबी जमीन से ग्रीन हाऊस गैस निकलती है)। गेहूं एक तापीय संवेदनशील फसल है और बढ़ते हुए तापमान का इस पर बुरा असर पड़ता है। बाजरे की खेती में उर्वरकों की जरूरत नहीं पड़ती अत: इस फसल में कीड़े-मकेड़े नहीं लगते।

इस संबंध में आयुर्वेदाचार्य डॉ. एसके राय ने बताया कि गेहूं और चावल के मुकाबले तीन गुना तक अधिक पोषक होता है। इसमें ज्यादा खनिज, विटामिन, खाने के लिए रेशे और अन्य पोषक तत्व मिलते हैं। इसमें खाने वाले रेशे प्रचुर मात्रा में होते हैं, जिससे शरीर में मोटापा नहीं आता और उच्च रक्तचाप  की बीमारी नहीं लगती। इसे खाने वालों को कैंसर तथा बदहजमी की बीमारियां नहीं होतीं। उन्होंने बताया कि बाजरा से अम्ल नहीं बन पाता और यह आसानी से हजम हो जाता है। उन्होंने हिन्दुस्थान समाचार से बताया कि लसलसे पदार्थ से मुक्त होने के कारण पेट की बीमारी को भी दूर करने में सहायक होता है। बाजरे की रोटी अधिक दिनों तक खाने से इसमें निहित ग्लूकोज धीरे-धीरे निकलता है। इस प्रकार से यह मधुमेह से पीड़ित लोगों को भी अनुकूल पड़ता है।

डॉ. राय ने बताया कि इसमें फाइबर मिलता है जो भोजन में जरूरी होता है। इसमें कैरोटिन, नियासिन, विटामिन बी6 और फोलिक एसिड के साथ ही लेसीथीन पाया जाता है, जो शरीर के स्नायुतंत्र को मजबूत बनाता है। इसके सेवन से लोग कुपोषणमुक्त हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि बाजरे में हाईड्रोकैमिकल्स (पोलिफेनोल्स, टेनिल्स, फाईटोस्टेरोल्स) तथा एंटीऑक्सीडेंट्स प्रचुर मात्रा में मिलते हैं।

डॉ. राय के अनुसार यह दिल से जुड़ी बीमारियों को भी कम करता है। मैग्नीशियम और पोटेशियम के भी अच्छे स्रोत होने के कारण ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित करने में सहायक होता है। बाजरे का सेवन करने से आलस्य भी दूर होता है। इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट व फाइबर शरीर को भरपूर एनर्जी देते हैं। इसमें भरपूर मात्रा में कैल्शियम होने के कारण इसके रोटी के सेवन से हमारी हड्डियां मजबूत होती हैं। इसके साथ ही बाजरे के सेवन से कैल्शियम की कमी से होने वाले रोग अर्थात ऑस्टियोपोरोसिस, अर्थराइटिस, गठिया आदि की संभावना कम रह जाती है।

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