सपा प्रत्याशी आदित्य यादव ने किया बदायूं से नामांकन
बदायूं(हिं.स.)। सपा प्रत्याशी आदित्य यादव में सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंच कर बदायूं लोकसभा सीट से नामांकन पत्र दाखिल किया है। नामांकन कराने के दौरान आदित्य यादव के साथ बदायूं के पूर्व सांसद आदित्य यादव के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव,गुन्नौर विधायक रामखिलाड़ी सिंह यादव भी मौजूद रहे। नामांकन कराने से पहले सपा प्रत्याशी आदित्य यादव ने शहर के नगला मन्दिर पहुंच कर मां दुर्गा,बिरुआवाड़ी मन्दिर पहुंच कर शंकर भगवान की पूजा अर्चना करने के बाद पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री आबिद रजा के साथ छोटे सरकार की जियारत पहुंच चादर पोशी की।
नामांकन प्रक्रिया के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए सपा प्रत्याशी आदित्य यादव ने कहा कि बदायूं लोकसभा से चुनाव जीतने के बाद विकास उनकी पहली प्राथमिकता रहेगी। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी लगातार विभाजन की बात करती है। बीजेपी कैसे लोगों को ठगने का काम कर रही है। उन्हीं मुद्दों पर हम चुनाव लड़ेंगे। बदायूं में बेरोजगारी, गन्ना किसान आलू किसान की समस्याएं समेत तमाम मुद्दे हैं, जिनसे हमें लड़ना है।
आदित्य यादव के नामांकन के दौरान उनके साथ रहे बदायूं के पूर्व सांसद एवं चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव ने पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि हमारा टिकट कटा नहीं, बदला गया। बदायूं की जनता के बीच से मुझे आजमगढ़ की जनता के बीच भेजा गया है। आजमगढ़ में भी समाजवादियों का वही इतिहास रहा है, जो बदायूं में रहा है। मुझे खुशी इस बात की है कि नेताजी का दिल जिन जगहों पर रहा, उन जगहों से मुझे भी चुनाव लड़ने का मौका मिला। बीजेपी के घोषणा पत्र पर धर्मेंद्र यादव ने कहा कि पीएम मोदी कितनी ही अच्छी बातें कर लें, लेकिन जनता अब उनकी बात मानने को तैयार नहीं है। बीजेपी के घोषणा पत्र पर अब किसी को यकीन नहीं है। बीजेपी सांसद संघमित्रा के सपा के साथ देने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि उनकी चाचा से कुछ बात हुई होगी, मुझे नहीं पता। वह जिसका साथ देना चाहें, उसका साथ दें।
पहली लिस्ट में धर्मेंद्र दूसरी में शिवपाल और आखिर में आदित्य बने प्रत्याशी
-सपा की और से जारी पहली लिस्ट में अखिलेश यादव के चचेरे भाई पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव को प्रत्याशी बनाया गया था, लेकिन बाद में उनका टिकट काटकर अखिलेश यादव ने अपने चाचा सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव को बदायूं लोकसभा से प्रत्याशी घोषित किया था। प्रत्याशी घोषित होने के बाद शिवपाल यादव ने चुनाव प्रचार भी किया और कई सभाओं में आदित्य यादव के चुनाव लड़ने की चर्चा की। आखिरकार पार्टी की ओर से सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव की बेटी आदित्य यादव को बदायूं लोकसभा से प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतर गया है। आदित्य यादव पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं।
समाचार/अरविंद सिंह/सियाराम