पिता का अंतिम संस्कार कर रहा बेटा गंगा में डूबा, मौत

– दो मौतों से परिवार में मचा कोहराम, शव को खोजने में जुटे गोताखोर

कानपुर (हि.स.)। सोमवार को एक ऐसी घटना घटी कि शायद ही लोग भूल पाएं। हुआ यूं कि बेटा अपने पिता का अंतिम संस्कार करने गंगा घाट पहुंचा और अंतिम संस्कार से पहले बेटे को गंगा स्नान के लिए कहा गया। गंगा स्नान के लिए जैसे ही वह गंगा में नहाने लगा तो उसके पैरों के नीचे तेज बहाव से रेता खिसकने लगा और वह डूबने लगा। इस पर मौजूद बड़े भाई व उसके साथी ने गंगा में छलांग लगा दी, लेकिन जब वह भी डूबने लगे तो लोगों ने उनको किसी तरह से बाहर निकाला और तब तक बेटा गंगा में समा गया। पिता के बाद बेटे की मौत से परिवार में कोहराम मच गया और गांव में शोक की लहर दौड़ पड़ी। सूचना पर पहुंची पुलिस गोताखोरों की मदद से शव की तलाश कर रही है।

ककवन थानाक्षेत्र के मुन्नौव्वरपुर गांव के रहने वाले सतीश सिंह (65) काफी दिनों से बीमार चल रहे थे और सोमवार को उनकी मौत हो गई। इस पर परिवार के सभी लोग अरौल के आंकिन गंगा घाट में अंतिम-संस्कार करने के लिए गए। अंतिम संस्कार के दौरान ही सतीश के 30 वर्षीय बेटे को कहा गया कि गंगा स्नान करके बाल छिलवा लो। इस पर विनय सिंह नहाने के लिए गंगा में गया। इसी दौरान तेज बहाव के कारण उसके पैरों तले गंगा की रेत खिसकने लगी और वह डूबने लगा। इस पर उसे बचाने के लिए बड़ा भाई विजय सिंह व गांव के अंशुमान सिंह ने भी गंगा में छलांग लगा दी और वह भी डूबने लगे। तीनों को डूबता देख आसपास के लोगों ने किसी तरह विजय और अंशुमान को बाहर निकाला, लेकिन विनय गहराई में डूबता ही चला गया। देखते ही देखते विनय गंगा में समा गया जिससे लोग गमगीन हो गये। वहीं पिता की चिता में आग लगाने से पहले ही बेटे की मौत से परिजन बदहवास हो गए। परिजनों के आंसू रुक नहीं रहे हैं। गांव में खबर पहुंचते ही शोक की लहर दौड़ पड़ी।

एडीसीपी विजयेन्द्र द्विवेदी ने बताया कि सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच चुकी है। गोताखोरों को बुलाकर गंगा में शव की तलाश के लिए लगाया गया है।

अजय/सियाराम

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